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26 जनवरी 2018 आज के दिन 69 वाँ गणतंत्र दिवस में 68 वाँ के प्रधानमंत्री

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26 जनवरी 2018 आज के दिन 69 वाँ गणतंत्र दिवस में 68 वाँ के प्रधानमंत्री के भाषन सुनने देखने   से पहले या बाद में भी एकबार कम से कम पिच्छे मुड़कर प्रधानमंत्री बनने से पहले का दिया गया भाषन को जरुर पढ़ लिया जाय,ताकि ये अच्छी तरह से जाना जा सके की साठ साल बनाम साठ महिने का मौका मांगकर भारी बहुमत से सरकार बनने के बाद तब की कथनी अब की करनी में परिवर्तन करके भाषन दी जा रही है कि सिर्फ तब के दिये गए भाषन मन का अदला बदली हो गयी है?जो कि मानो अपना ही बुराई भी कर रहा हो और अपना बड़ाई भी कर रहा हो|जिसके बारे में और अधिक जानने के लिए आगे पढ़ते हैं की तब क्या क्या सेवा और विकाश करने की कथनी कही गयी थी जो अब करनी में परिवर्तित हुई कि नही?इसे जानने के लिए तब के भाषन को कोई चाहे तो इस लिखाई भाषन को देखा और सुना जा सकता हैं!जिसे मैं जब इस समय सरकार द्वारा खुद ही अपनी तारिफ कराने के लिए जो भारी राशि खर्च की जा रही है उसे सुनता देखता और पढ़ता हुँ तो मुझे ऐसा लगता है,जैसे की भाजपा सरकार तब की कांग्रेस सरकार की नही बल्कि अब की भाजपा सरकार अथवा खुद ही अपनी बुराई कर रही है!जो स्वभाविक भी है,क्यों

भुत भविष्य और वर्तमान का शासन

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कभी विश्व लुटेरा न०1 बनने के लिए अपने देश यूनान से मात्र पाँच दस हजार लुटेरो की झुंड बनाकर निकला शैतान सिकंदर कई देशो को लुटकर वहाँ की हारे हुए रक्षक सैनिको को इकठा करके अपनी गुलाम सेना बनाकर पुरी दुनियाँ को लुटने निकला था|जिसे कि कुछ लोग अपना आदर्श बनाकर महान सिकंदर कहते हैं,और हिन्दुस्तान आकर हाफ मडर होकर बॉर्डर से ही वापस लौटने वाला शैतान सिकंदर को जो जीता वही सिकंदर कहकर झुठ बोलते हैं|क्योंकि उन्हे सायद ये पता नही होगा कि शैतान सिकंदर पुरी दुनियाँ को लुटने निकलकर कई देशो को लुटा और उसमे कब्जा भी किया,पर फारस पर कब्जा करने के बाद हिन्दुस्तान की राजधानी जो कि तब पाटलीपुत्र थी वहाँ पर अपनी लुटेरी आत्मा को प्रवेश कराने से पहले ही हिन्दुस्तान के कई वीर रक्षक राजाओ में एक वीर रक्षक राजा के साथ मुठभेड़ होकर उसकी हाफ मडर हो गयी थी|जिसके बाद उसका गुलाम सेना जिसे की वह जिस जिस देशो को भी लुटा था वहाँ वहाँ की हारे हुए सेना को अपना गुलाम सैनिक बनाकर उसे अपनी लुटेरी टोली में शामिल करके अपनी ताकत बड़ाते हुए किसी बवंडर की तरह सबकुछ तहस नहस करते हुए उसकी लुटेरी टोली फारस को लुटते हुए हिन्दुस

आधार कार्ड की सुरक्षा योजना

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सरकार द्वारा अब आधार कार्ड की भी सुरक्षा करने की तैयारी चल रही है|जबकि इससे पहले कहा गया था कि आधार सबसे सुरक्षित है|जिसकी सुरक्षा में जिसे तैनात किया गया था,सुनने देखने और पढ़ने में ऐसा आ रहा है कि रक्षक ही भक्षक बनकर आधार कार्ड की निजि जानकारी को बेच रहे हैं|जो बात यदि सही है,फिर तो आधार की सुरक्षा में और आधार बनाने में तैनात लोगो में ऐसे निजि हक अधिकारो की रक्षा करने वाले रक्षक भी मौजुद हैं,जो भेड़ की खाल ओड़कर भेड़िये के रुप में देश और प्रजा के हक अधिकारो का शिकार कर रहे हैं|जो आधार की रक्षा करने और बनाने की जिम्मेवारी पदो पर किसी बहुत बड़ी चुक की वजह से किसी वायरस की तरह बहाल हो गए हैं|जिसके चलते अब करोड़ो लोगो की निजि जानकारी खतरे में पड़ गई है|क्योंकि किसी के हक अधिकारो की चोरी और लुट करके पलने वाले ऐसे लोग ही दुनियाँ में ऐसी गंदी सोच रखते हैं,जिनसे निपटने के लिए न तो सरकार दरवाजा बंद तो बिमारी बंद शौचालय योजना की तरह कोई आधार कार्ड की सुरक्षा योजना ला सकती है,और न ही देश और प्रजा किसी ऐसे लोगो की भ्रष्ट बुद्धी में सुधार के लिए ज्ञान बांट सकती है|क्योंकि ऐसे लोग ज्ञान की ड

मीलावटी सेवा देने और किमती टाईम पास करनेवाली सरकार

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अजादी के सत्तर सालो तक  मंत्री पद की शपथ लेने के बाद आजतक किसी भी मंत्री की मौत अपने सेवा कार्यकाल के दौरान खुदको सरकारी नौकर और जनता को मालिक बतलाकर गरिबी भुखमरी से नही हुई है|चुनाव के समय वोट लेते समय सुख दुःख में साथ देने की बड़ी बड़ी बाते करने वाली सरकार मालिक प्रजा और देश की गरिबी भुखमरी दुर करने की इतनी बड़ी बड़ी बाते करने और इतनी बड़ी बड़ी जिम्मेवारी लेकर भी एक भी मंत्री और उच्च अधिकारी की मौत गरिबी भुखमरी से होना तो दुर हर रोज गरिबी भुखमरी से मर रहे गरिबो की सेवा करने में भी मिलावटी सेवा परोसी जा रही है|जबकि यदि जनता मालिक है,और सरकार के मंत्री नौकर हैं तो निश्चित तौर पर यदि मालिक की मौत गरिबी भुखमरी से हो रही है,तो मंत्री और उच्च अधिकारी जनता सेवक बंगला और तमाम तरह की सुख सुविधा पाकर सेवा करने की शपथ लेकर और सेवा की मोटी रकम वसूलकर भी अपने मालिको की सेवा ठीक से नही कर पा रहे हैं|क्योंकि ऐ कैसी बेहत्तर सेवा जिसमे सिर्फ मालिक की गरिबी भुखमरी से मौत हो रही हो और नौकर मालिक की सेवा के बदले गाड़ी बंगला की सारी सुख सुविधा ली जा रही है?मीठा मीठा गप गप और कड़वा कड़वा थू थू!क्योंकि