आधार कार्ड की सुरक्षा योजना

सरकार द्वारा अब आधार कार्ड की भी सुरक्षा करने की तैयारी चल रही है|जबकि इससे पहले कहा गया था कि आधार सबसे सुरक्षित है|जिसकी सुरक्षा में जिसे तैनात किया गया था,सुनने देखने और पढ़ने में ऐसा आ रहा है कि रक्षक ही भक्षक बनकर आधार कार्ड की निजि जानकारी को बेच रहे हैं|जो बात यदि सही है,फिर तो आधार की सुरक्षा में और आधार बनाने में तैनात लोगो में ऐसे निजि हक अधिकारो की रक्षा करने वाले रक्षक भी मौजुद हैं,जो भेड़ की खाल ओड़कर भेड़िये के रुप में देश और प्रजा के हक अधिकारो का शिकार कर रहे हैं|जो आधार की रक्षा करने और बनाने की जिम्मेवारी पदो पर किसी बहुत बड़ी चुक की वजह से किसी वायरस की तरह बहाल हो गए हैं|जिसके चलते अब करोड़ो लोगो की निजि जानकारी खतरे में पड़ गई है|क्योंकि किसी के हक अधिकारो की चोरी और लुट करके पलने वाले ऐसे लोग ही दुनियाँ में ऐसी गंदी सोच रखते हैं,जिनसे निपटने के लिए न तो सरकार दरवाजा बंद तो बिमारी बंद शौचालय योजना की तरह कोई आधार कार्ड की सुरक्षा योजना ला सकती है,और न ही देश और प्रजा किसी ऐसे लोगो की भ्रष्ट बुद्धी में सुधार के लिए ज्ञान बांट सकती है|क्योंकि ऐसे लोग ज्ञान की डिग्री पहले से ही लिए हुए रहते हैं|जिसके चलते यदि इनकी भ्रष्ट बुद्धी से अपने हक अधिकारो को बचाने के लिए कोई आधार कार्ड की सुरक्षा जैसी योजना भी सरकार लायेगी तो भी चूँकि आधार कार्ड की सुरक्षा और उसे बनाने के लिए चयन प्रक्रिया में ही गड़बड़ी हो रही है|जाहिर है यदि रक्षक ही भक्षक बन जाय तो चाहे जितना रक्षा योजना लाया जाय उस योजना को चला रहे लोगो के बिच ही यदि भेड़ की खाल ओड़े आधार कार्ड कि जानकारी को बेचने वाले भेड़िये छुपे हुए हैं,और जिनको सरकार पकड़वाने और सजा दिलवाने में नकाम साबित हो रही है,तो फिर कैसे हक अधिकारो की सुरक्षा बेहत्तर तरिके से होगी,जब रक्षको की पदो में ही सरकार के ही द्वारा चुने गए ऐसे भक्षक भी चुनाकर पहुँच रहे हैं,जिनके जरिये आधार कार्ड की जानकारी चोरी हो रही है|क्योंकि ऐसे भक्षक किसी की हक अधिकारो को लुट चोरी और बेचकर अपनी जिवन गुजारा करते हैं|जिनको लगता है कि साफ सुथरी कमाई से उनकी प्राण जल्दी से निकल जायेगी पिच्छे से|जिसे निकलने से बचाने के लिए ही सायद उन्हे दुसरे की हक अधिकारो को लुटने चोरी करने और बेचने की जरुरत महसुस होती रहती है|जिससे कि उन्हे लगता है कि लुट चोरी और बेचकर जो कालाधन उन्हे प्राप्त हो रहा है,उससे वे विटामिन युक्त जिवन व्यक्तित कर रहे हैं|जिससे उन्हे सायद किसी ड्रक्स की नशा से भी कहीं अधिक नशा दुसरे की हक अधिकारो को लुटने चोरी करने और बेचने की हो गई है|जिसके चलते चाहे आधार कार्ड की जितनी सुरक्षा इंतजाम करे सरकार,जबतक ऐसे छुपे लालची नशेड़ी भेड़ियो को खोजकर उनकी भ्रष्ट गंदी सोच की नसबंदी नही की जायेगी उचित सजा देकर तबतक इस तरह की चोरी और लुट होती ही रहेगी| जो लोग किसी और की आधार कार्ड जैसी जानकारियो को बेचने के अलावे और भी बहुत सी ऐसी निजि चीजो को बेचते लुटते और चुराते रगेंगे,जिससे की देश और प्रजा के हक अधिकारो की बहुत बड़ी हानि हो रही है|क्योंकि रक्षको के बिच में ही रक्षक की खाल ओड़े हक अधिकारो की चोरी लुट और उसे बेचने वाले ऐसे भक्षक भी मौजुद हैं,जिनको यदि किसी और की हक अधिकार को लुटने चुराने या बेचने के लिए न मिले तो ऐसे लोग तो अपनो को भी नही छोड़ने वाले हैं|क्योंकि उनकी बुद्धी पढ़ लिखकर भी इतनी भ्रष्ट और गंदी हो चुकि है कि उनको बड़ी बड़ी डिग्री देकर भी विद्यालय और उन्हे अच्छी खासी न० देकर पास करने वाले शिक्षको की सारी मेहनत भी बेकार हो जाती है|क्योंकि ऐसे गिने चुने पढ़े लिखे भष्मासुर जो कि ज्ञान वरदान का गलत उपयोग करके अपने परिवार को भी बदनाम करते हैं,वे अपने स्कूल शिक्षक और पुरे देश को भी बदनाम करते हैं|क्योंकि ऐ जो प्रजा और देश की इतनी जरुरी निजि चिजो को बेच चुरा और लुट रहे हैं,यदि ये सारी बात सत्य साबित हुई की सचमुच में आधार कार्ड की निजि जानकारी बेची जा रही है,तो फिर तो ये भी बात सत्य है कि देश में आधार कार्ड की जानकारी को बेचने लुटने चुराने वाले पढ़े लिखे भष्मासुरो द्वारा देश में बहुत बड़ा ऐसा अपराध हो रहा है,जिससे की भविष्य में बल्कि वर्तमान में भी पुरी दुनियाँ में बदनामी होगी|क्योंकि आधार कार्ड की जानकारी बेचने की खबर विदेशी मीडिया वालो के द्वारा ही इकठा की जा रही है|जो सायद बाद में धिरे धिरे देशी मीडिया वाले भी प्रमाणित रुप से इकठा करने लगे|जो यदि सचमुच में प्रमाणित हो गया कि इस देश के नागरिको की निजि जानकारी को बेचा जा रहा है तो निश्चित तौर पर देश और प्रजा को हानि तो होगी ही पर इतनी बड़ी बदनामी भी होगी कि सायद हाल फिलहाल में वोटिंग मशीन को जो हाईजेक करके वोट का हरन करके लोकतंत्र की हत्या करने जैसी बाते होने लगी थी,वैसा ही कुछ शंका पैदा होने लगे की लोकतंत्र की हत्या करने कि साजिश के साथ साथ अभी जिस प्रजा के वोट के जरिये लोकतंत्र कायम है,उसके निजि आधार कार्ड की जानकारी भी हाईजेक करके उसका हरन न हो रहा हो|क्योंकि ऐसी शंका पैदा की जा रही है कि यदि सचमुच में भविष्य में ये साबित हो गया कि वोटिंग मशीन का हाईजेक करके सचमुच में प्रजा के वोट का हरन करके दुनियाँ की सबसे बड़ी लोकतंत्र के प्रमुख हक अधिकारो की हरन करने वाली सेवा दी जा रही है,उसदिन वोट हरन और वोटिंग मशीन के हाईजेकरो को देश और प्रजा क्या सजा देगी!खैर फिलहाल तो ये सिर्फ आरोप है,जिसका भविष्य में साबित होना अभी बाकि है|और वैसे भी पनामा लिस्ट,स्वीज लिस्ट के अलावे बड़े बड़े घोटालो में भी देश के बड़े बड़े नाम कमाने वाले लोगो का नाम कोर्ट के पास अभी जो मौजुद है,उसका भी परिनाम आना अभी बाकि है|जिसपर भी सिर्फ शंका ही की जा रही है कि बड़े बड़े भ्रष्टाचार करने की जुर्म में सजा सुनाये जाने वाली फैशले में इस देश के ऐसे ऐसे लोगो का नाम आयेंगे जिसे जानकर प्रजा या तो बहुत खुश होगी ये जानकर की उनके पसंदीता लोगो का नाम शामिल नही है या फिर दुःखी हो जायेगी कि जिसपर लंबे समय तक भरोसा किया वही सबसे बड़ा चोर लुटेरे निकले|जिस फैशला से पहले सिर्फ हम यही कह सकते हैं कि इस तरह के पनामा लिस्ट के साथ साथ स्वीज बैंक और कई अन्य विदेशी  बैंको के गुप्त खातो में नाम आने से जो देश को बहुत बड़ी बदनामी हुई है|साथ साथ बड़े बड़े कई देशी विदेशी घोटालो में जो बड़े बड़े नाम कमाने वालो का नाम आने से लेकर बड़े बड़े ढोंगी पाखंडियो की लिस्ट में भी जो बड़े बड़े नाम कमाने वालो का नाम आ रहा है,उससे भी देश को बहुत बड़ी बदनामी हुई है|क्योंकि ऐसे बड़े बड़े कारनामे करने की जो आरोप लगे हैं गिने चुने लोगो में उनका देश विदेश के बड़े बड़े उन लोगो से अच्छी खाशी उठक बैठक रही है,जिनका नाम इतिहास के पन्नो में वर्तमान समय के उन नामो में दर्ज हो रही है,जो कि इस समय देश और दुनियाँ की बड़े बड़े नेतृत्व कर रहे हैं|जिनमे से बहुतो का नाम तो अभी बंद लिफाफा में ही कैद है जिसे सार्वजनिक नही किया गया है|जिसे या तो वे विदेशी लोग जानते हैं जिन्होने उस लिस्ट को सौंपा है या तो फिर सरकार और कोर्ट जानती है|जिन आरोपियो में यदि कोई बाद में सचमुच का बड़े बड़े भष्मासुर साबित हो गए तो फिर कितनी बड़ी बदनामी साबित होगी भविष्य में!जो यदि साबित हो गई तो फिर तो ऐसे लोगो को तो कोई उच्च पद पाने की उच्च डिग्री देना और साथ साथ किसी शिक्षक का ऐसे लोगो को पढ़ाना और उनके परिवार के द्वारा बहुत ही मेहनत से पालना और अच्छी संस्कार देना सब गया पानी में!फिर तो ऐसे लोगो की बड़ा बनने के बाद भी इतिहास में सबसे बड़ी बदनामी मिलेगी उसे क्या माना जाय कि ऐसे लोग अपनी पढ़ाई लिखाई नाम कमाने वाली इज्जत को किसी भष्मासुर की तरह खुद ही झुठी शान पाने के वास्ते भ्रष्ट आचरन करते हुए नाच नाचकर भष्म कर रहे होते हैं|जैसे की आधार कार्ड की जानकारी को चुराकर लुटकर बेचने वाले भी तो भष्मासुर की तरह ही अपने पढ़े लिखे बुद्धी और डिग्री का गलत इस्तेमाल करके खुदकी पढ़े लिखे नाम को बदनाम कर रहे हैं|जो साथ साथ पुरे देश को भी बदनाम कर रहे हैं|क्योंकि इस देश की करोड़ो प्रजा की निजि जानकारी आधार कार्ड पर बुरी नजर रखकर वे भष्मासुर की तरह दुसरे के पिच्छे भी पड़े हुए हैं|जिनको बुरी नजर तेरा मुह काला प्रजा कहती रहेगी और ऐसे लोग पाप का धन जमा करने के लिए किसी और के हक अधिकारो को लुटते चुराते और बेचते रहेंगे|जिस तरह के लोगो का मन ही काला हो चुका है,जिनको ऐसे ज्ञान की उजाला की जरुरत है, जिससे की उनकी पढ़ी लिखी फिकी उजाला में और भी अधिक सफेदी होकर उनकी ज्ञान पर निखार आ सके, ताकि उनकी जो भ्रष्ट बुद्धी हो गई है,उसपर सुधार होकर दुसरे की हक अधिकारो की चोरी लुट जैसे अपराध न हो सके,जिससे की परिवार समाज और देश को दुनियाँ में बहुत बड़ी बदनामी होने से भी रोका जा सके|जिसके लिए मेरे ख्याल से कोई ऐसे मजबूत सरकार की जरुरत है, जिसकी मजबूत कुशल नेतृत्व आते ही अजादी से लेकर अबतक के सारे भ्रष्टाचार के मामले भी सुलझ जाय,और उससे भी पहले से चली आ रही समाज में हो रहे शोषन अत्याचार के मामले भी सुलझ जाय|जो अबतक अदालतो के साथ साथ शोषन अत्याचार की बहसो में भी किसी नोटबंदी की कतार लगाए पड़े हुए रहते हैं|जिन सारे मामलो को मजबुत नेतृत्व करने वाला शासक ही अपने कार्यकाल के दौरान सबको निपटवा सकता है|वह भी अपने जल्दी से न्याय दिलाने और अपराधियो को सजा दिलाने की निति से,ताकि सोने की चिड़ियाँ की सुख शांती और समृद्धी जल्दी से वापस लौट सके|

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