कहा गया था जिसदिन भारतीय जनता पार्टी को मौका मिलेगा,एक एक पाई हिन्दुस्तान की वापस लाई जायेगी विदेशो में जमा कालाधन सौ दिनो में वापस लाई जायेगी
बड़े बड़े भ्रष्टाचारियो को यदि न पकड़के उनके द्वारा चोरी और लुट की गई धन की जब्ती करने के बजाय उसपर छुट और बड़ावा यदि दिया जाय तो उसके अच्छे दिन और अच्छे परिणाम ज्यादेतर बड़े बड़े भ्रष्टाचारियो के ही आते हैं जो अपने कालाधन से और अधिक मुनाफा बटोरके दिन रात भोग विलाश करने में ही लगे हुए रहते हैं|और इसका सबसे बुरा असर बुरे दिन के रुप में ज्यादेतर उन लोगो को झेलनी पड़ती है जिनकी मौते गरिबी भुखमरी से हर रोज हो रही होती है|जो लोग ही चोरी और लुट का शिकार सबसे अधिक हुए हैं,जिसके चलते सोने की चिड़ियाँ के नागरिक होते हुए भी लंबे समय से गरिबी भुखमरी से संघर्ष कर रहे हैं|जिनकी गरिबी भुखमरी हटाने की अबतक सिर्फ वचन और शपथ ली जाती रही है,जो हमेशा ही देश से गरिबी भुखमरी हटाने के मामले में तोड़ दी जाती है|क्योंकि जो खुब सारा धन देश और जनता का है,जिसकी चोरी और लुट करके पर्यावरण और इंसानियत को बहुत बड़ी हानि हुई है,उसकी जब्ती आजतक ठीक से नही हो पा रही है|जिसके बारे में कई आंकड़े बस समय समय पर कभी वोट बटोरने के लिये तो कभी इसके बारे में सिर्फ चर्चा करने के लिये आते जाते रहते हैं|जिसके बारे में एक प्रधान सेवक द्वारा तो ये तक कह दिया गया है कि जनता मालिक तक पहुँचने से पहले ही सौ में पचासी बीच में ही चोरी हो जाती है|यानी सरकारी धन का भी पचासी प्रतिशत मुफत में मुफ्तखोरी कर रहे हैं भ्रष्टाचारी जो कि दुसरे का भी हिस्से का हक अधिकारो की चोरी करके पल रहे हैं,इतना भुखड़ हैं ये भ्रष्टाचारी जो गरिबी भुखमरी जिवन जी रहे नागरिको का भी हिस्से का खा जा रहे हैं|जो ऐसे भ्रष्टाचारी हैं जिनको रोजमरा जिवन में ज्यादेतर अपनी साफ सुथरी कमाई से खास लेना देना नही है,उन्हे ज्यादेतर चोरी और लुट करके हासिल किया हुआ धन से ही ज्यादे लेना देना रहता है जिसकी मानो उन्हे ड्रक्स लेने की ऐसी भ्रष्ट लत पड़ गयी है,जिसके बगैर उन्हे रात में निंद नही आती है|जो अच्छी खासी पदो में बैठकर देश और प्रजा सेवा करने वाली सरकारी काम करते समय भी बिना भ्रष्टाचार किये उनके हाथ पाँव कांपने लगते हैं!जिन्हे जबतक वह ड्रक्स नही मिलती हाथ पाँव सिर्फ काँपते रहते हैं|जिसे लिये बगैर उनसे कुछ खास नही हो पाती है!जाहिर है चोरी और लुट को इससे पहले की सरकार भी रोक पाने में असफल रही है!जिसके बारे में ही तो वर्तमान के भी प्रधान सेवक चुनाने से पहले जनता और मीडिया के सामने मुँह फाड़ फाड़कर ये कहा जा चुका है कि"ये जो चोर लुटेरो के पैसे विदेशी बैंको में जमा है न,उतने भी रुपये हम ले आए न,तो भी हिन्दुस्तान के एक एक गरिब आदमी को मुफत में पंद्रह बीस लाख रुपया यू ही मिल जायेगा,इतने रुपये हैं!ये हमारे एमपी साहब कह रहे थे रेलवे लाईन,ये कालाधन वापिस आ जाय,जहाँ चाहो वहाँ रेलवे कर सकते हो,ये लुट चलाई है,और बेशर्म होकरके कहते हैं,सरकार आप चलाते हो और पुछते मोदी को हो!कि कैसे लायें?जिसदिन भारतीय जनता पार्टी को मौका मिलेगा,एक एक पाई हिन्दुस्तान की वापस लाई जायेगी,और हिन्दुस्तान के गरिबो के लिये काम लाई जायेगी|ये जनता के पैसे है,ये गरिब के पैसे है,हमारा किसान खेत में मजदुरी करता है,उससे निकला हुआ धन है,उस धन पर हिन्दुस्तान का अधिकार है,हिन्दुस्तान के कोटी कोटी गरिबो का अधिकार है,और उनको वह धन मिलना चाहिए,ये हम संकल्प करते हैं!"जिस तरह के संकल्पो का क्या हुआ?जो संकल्प नही जुमलाबाजी था!जो कि साबित भी हो जायेगी यदि भविष्य में इस तरह का संकल्प ली गयी सरकार के द्वारा अपने कार्यकाल पुरा करने के बाद कालाधन जब्ती करने में असफल हुई!जबकि सरकार बनने से पहले अपने भाषन अश्वाशन में सौ दिन में ही जब्ती करने की बाते मुँह फाड़ फाड़कर कही गयी है|जिसे यदि पुरा नही किया गया तो फिर चोरी करना और चोरी में मदत करना चोर को बचाना साबित करना किस तरह से अपने संकल्पो को तोड़कर अंजाम दिया जाता है,ये सब वर्तमान की सरकार के नेतृत्व में धिरे धिरे साबित भी हो जायेगी|जिस सरकार का कार्यकाल पुरा होने में अब बहुत कम समय बचे हैं साठ साल बनाम साठ महिने पुरे होने में|जिस सरकार को भारी बहुमत से जिताने के लिए योग बाबा रामदेव द्वारा भी जनता का वोट दिलवाने के लिये कई बार मंच साझा करके और अनगिनत बार मीडिया के सामने भी लाईव अपना मुँह फाड़ फाड़कर उछल कुद करके लगातार ये बात कही गयी थी कि एक हजार लाख करोड़ का कालाधन छिपाकर रखा गया है चोर लुटेरो द्वारा जिसकी जब्ती होने पर ये देश अमेरिका से भी अधिक अमिर हो जायेगा|जो सारी बाते क्या यू ही मुँह फाड़ फाड़कर सिर्फ वोट बटोरने के लिये जनता के सामने उछल कुद करके कही गयी थी?जैसे की कोई मदाड़ी जनता से नोट बटोरने के लिये बंदर और भालू नाच दिखाते समय पहले से बनी बनाई मन मोहने वाली बाते करके सबको मोहित करके अपनी रोजी रोटी का इंतजाम कर लेता है|पर ऐसी बाते करके वोट बटोरके किस चीज का इंतजाम की जा रही हैं?बजाय इसके की सारा कालाधन की जब्ती करके यदि उसे सफेद धन के रुप में खर्च करके सभी नागरिको के पास समृद्धी के रुप में गरिबी भुखमरी और बेरोजगारी दुर होती तो आज किसी भी नागरिक की मौत गरिबी भुखमरी और बेरोजगारी से नही होती|जिन लोगो की मौत के लिए इतिहास में कौन लोग जिम्मेवार होंगे यदि भविष्य में कालाधन की जब्ती होने के बाद सबकी गरिबी भुखमरी और बेरोजगारी दुर हो जायेगी और सोने की चिड़ियाँ की सुख शांती और समृद्धी अपडेट होगी?पर अफसोस उस समय वर्तमान के लोग सायद मौजुद न रहे यदि इसी तरह से गरिबी भुखमरी और बेरोजगारी इत्यादि दुर करने में देरी होती रही!जिसका सबसे प्रमुख कारन भ्रष्टाचार ही है|जिसके बारे में आनेवाली नई पिड़ि अपने इतिहास में जरुर पढ़ेगी देखेगी सुनेगी|वैसे तो उससे पहले ही गरिबी भुखमरी देनेवाली सोच रखने वाले बड़े बड़े भ्रष्टाचारियो की भी असमय मौत अँधी विकाश का स्वाद चखकर हो रही है|क्योंकि ऐसे बुरे हालात में यदि भुखमरी और कुपोषन से गरिब बीपीएल की मौत आधा पेट सोकर हो रही है,तो थोड़े बहुत अमिरो की भी मौत अती खा खाकर और रात रातभर जगकर खर्चिली भोग विलाश करके भी असमय हो रही है|क्योंकि अमिरो के बिच में ही तो सबसे अधिक बड़े बड़े भ्रष्टाचारी भी अमिरी की खाल ओड़े छुपे हुए मौजुद हैं|जो कालाधन से भोग विलाश करते हुए अपनी भ्रष्ट संक्रमण से बुरी संगत देकर अपनी ही कमाई के दम पर अमिर बनने वाले परिवारो को भी ऐसी ऐसी भ्रष्ट संक्रमण दे रहे हैं,जिसकी मानो किसी ड्रक्स की लत धिरे धिरे लगाकर उनकी नई पिड़ी को भी भ्रष्टाचार ड्रक्स का नशा दे रहे हैं|जिसकी उन्हे ऐसी आदत पड़ जायेगी कि अपने परिवार को नशा युक्त करेंगे ही,पर जो उनके साफ सुथरे दोस्त और बाकि करिबी मौजुद हैं,उन्हे भी धिरे धिरे अपनी बुरी संगत में लेते जायेंगे और मुठिभर बड़े बड़े भ्रष्टाचारियो की भ्रष्ट बुद्धी से भ्रष्टाचार ड्रक्स का नशा ऐसी बिमारी रुप धारन कर लेगी जिससे कि मुक्त होने के लिये भी सायद घुस अथवा रिस्वत देकर भ्रष्टाचार मुक्त करने का एक और नई बिमारी को बड़ावा न मिलने लगे भ्रष्टाचार मुक्त करने की जिम्मेवार पदो पर बैठने वालो को घुस देने की लत लगाकर!जैसे की कभी कभी पेट साफ न होकर जब सिर्फ पिच्छे से हवा निकलती है तो पेट को साफ करने की दवा खिलाकर पेट साफ की जाती है|और वर्तमान में भी ज्यादेतर तो सिर्फ हवा ही निकल रही है चोर लुटेरो से निकालने की बड़ी बड़ी हवा हवाई बाते करके|क्योंकि फिलहाल इतना सारा कालाधन भी सरकारी खजाने में जब्ती नही हुई है कि उससे सभी गरिब के खाते में पंद्रह बीस लाख तो दुर एक एक पारले जी बिस्कुट खरिदने के लिये भी राशि बांटी जा सके|जबकि बाते तो सभी गरिब के खाते में पंद्रह बीस लाख मुफत में आ जायेंगे इतना कालाधन सिर्फ विदेशो में जमा है कहा गया है|देश में कितना जमा है वह अलग से|जिनको चुराने और लुटने वाले बड़े बड़े भ्रष्टाचारियो के पकड़े जाने से पहले ही बहुत से बड़े बड़े भ्रष्टाचारियो का बिना अपराध कबूल किये और सजा काटे ही मरने से पहले अपने कालाधन को अपनी नई पिड़ि को वसियत के रुप में सौंपकर मानो भ्रष्टाचार को किसी भ्रष्ट विरासत की तरह पिड़ी दर पिड़ी कालाधन का भोग विलाश करने की ऐसी भ्रष्ट परंपरा चलाई जा रही है,जिसमे बड़े बड़े भ्रष्टाचारी अपने बच्चो को अपनी चोरी और लुटी गयी कमाई को वसियत के रुप में सौंपकर भ्रष्ट आचरन सिखलाकर जाते हैं कि बच्चो इसकी भंडार को आगे भी इसी तरह बड़ाते रहना!जिस तरह की भ्रष्ट संस्कार पाके कालाधन से भोग विलाश करके मरने की सिलसिला भी लगातार जारी है|क्योंकि लंबे समय से लुटी और चोरी की गयी कालाधन का अंबार तो किसी न किसी के पास तो भारी मात्रा में अब भी मौजुद जरुर है| जिसे उसकी नई पिड़ि अपनी वसियत और विरासत के रुप में लगातार बिना अपराध कबूल किये ही मुल रुप से सबसे अधिक कालाधन का गठरी बांधे जिवन यापन कर रहे हैं|जिसकी जब्ती किये बगैर और बड़े बड़े भ्रष्टाचारियो को सजा दिये बगैर ही यदि ये तो बस जुमला था और पहले था जो अब नही पता कितनी की चोरी और लुट हुई है और उपर से आते आते कितनी चोरी और लुट हो रही है,इन सब बातो को नजर अंदाज करके अपनी नजर बचाकर यू ही अँधेर नगरी चौपट राजा की शासन की तरह आँख बंद करके सबकुछ ठीक ठाक है भाषन अश्वाशन चलती रही तो फिर तो आगे भी ये सिलसिला नया अपडेट होकर और अधिक कालाधन का अंबार लगनेवाली है|जिसके साथ साथ यदि अबतक जो कालाधन का अंबार लगी है उसकी जब्ती किये बगैर ही बिना मानवता और पर्यावरण संतुलन कायम किये ही स्मार्ट सिटी और बीपीएल भारत भारी अमिरी गरिबी भेदभाव अपडेट होकर असंतुलित मॉडल इसी तरह से अपनाई जाती रही तो आगे भी इसी तरह की अमिरी गरिबी खाई बड़ती ही चली जायेगी जिसमे एक तरफ तो भारी अबादी बीपीएल भारत बसाकर गरिबो की सेवा करने का दावा करके सरकार चुनी जायेगी और दुसरी तरफ स्मार्ट सिटी बसाकर डीजिटल इंडिया के नाम से सरकार बनती रहेगी|जिस तरह के शासन में बड़े बड़े भ्रष्टाचारियो को बिना सजा दिये ही उनके छुपने के लिये डीजिटल खाल तैयार होती चली जायेगी|क्योंकि मेरा मानना है कि ऐसे ही बड़े बड़े आधुनिक शहरो में सबसे बड़े बड़े भ्रष्टाचारी आधुनिक और डीजिटल खाल ओड़े अब भी छुपे हुए हैं|जिस बात पर जिन्हे भी यकिन न हो तो जितने भी अबतक बड़े बड़े भ्रष्टाचार हुए हैं उन्हे करने वालो की दिनचर्या किन जगहो पर डेरा डाले अबतक सुरु होती रही है इसके बारे में जरुर पता कर लिया जाय की सबसे अधिक बड़े बड़े भ्रष्टाचारियो को कैसी जगह में रहना पसंद है?
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