अँधेर नगरी चौपट मनुवादी राज

Khoj123
भारत में चल रहे #MeToo अभियान में इनकी दुःख दर्द को भी शामिल किया जाय|जो इस समय तो मौजुद नही हैं शोसल मीडिया में,पर उनकी दुःख दर्द को समझने वाली जनता तो जरुर उनकी अवाज को भी अपनी अवाज कहकर उठा सकती है|
#MeToo विष्णु ने जालंधर की पत्नी तुलसी का शोषन किया, #MeToo ब्रह्मा ने सरस्वती का शोषन किया,
 #MeToo वृहस्पती ने अपने भाई की गर्भवती पत्नी ममता का शोषन किया ,#MeToo चंद्र ने अपने गुरु की पत्नी तारा का शोषन करके बुध को पैदा किया, #MeToo स्वर्ग का राजा इंद्र ने निचे धरती पर किसी एलियन कि तरह उतरकर गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या का बलात्कार किया |
#MeToo इसके अलावे भी वेद पुराण रामायण महाभारत में शोषण अत्याचार की वह बहुत सारी कहानी दबी हुई है|जिसकी आरती उतारने के बजाय पोल खोल अभियान चले|क्योंकि वे सारी महिलायें भी कहीं न कहीं खास महिलायें कहलाती हैं|बाकि तो हर साल हजारो बलात्कार जिन महिलाओ के साथ हो रही है,वह तो ऐसी अभियान के लिए कमजोर महिलायें हैं,इसलिये उनके लिये #MeToo अभियान नही बल्कि मनुवादी सत्ता का खात्मे की अभियान चल रही है| क्योंकि उनके लिये तो लोकतंत्र के चारो प्रमुख स्तंभो समेत तमाम फिल्म उद्योग,खेल जगत,व्यापारी जगत,वगैरा वगैरा में इस मनुवादी दौर में अभी घोर अँधेर नगरी चौपट राजा का दौर चल रहा है|जिस दौर में कमजोर माने जानी वाले घरो कि महिलाओ की आवाज घोर अँधेरा में सिर्फ ज्यादेतर तो चिख चिला रही है|जिनमे मासुम बच्चियो से लेकर बुढ़ी महिलायें भी उनकी अवाज सुनने और उनके साथ न्याम मिलने का इंतजार कर रही हैं|
जिनकी तादार बड़ती ही जा रही है|जिनके बारे में अंदाजा करनी हो की इस घोर अँधेर नगरी चौपट राजा मनुवादी शासन के दौर में गोरो के जाने के बाद से लेकर अबतक कितनो के साथ शोषन अत्याचार हो गयी होगी तो सिर्फ 2016 के NCRB आंकड़े को झांकी के तौर में देख पढ़ लिया जाय,जिनके मुताबिक बहुत हुआ नारी पर वार,अपकीबार भाजपा सरकार आने के बाद बलात्कार के मामले 2015 की तुलना में 2016 ई. में 12.4% बड़कर 38947 दर्ज हो चुके हैं| सबसे अधिक मध्यप्रदेश में 4882 बलात्कार के केश दर्ज हुए हैं|कांग्रेस शासन में भी हर साल हजारो बलात्कार और भाजपा सरकार में भी हर साल हजारो बलात्कार हुए हैं|जिसकी पुरी फिल्म तो जब मनुवादियो की दबदबा वाली घोर अँधेर नगरी चौपट राजा का दौर समाप्त होगा और लोकतंत्र के चारो स्तंभो में जब इस देश के मुलवासियो की दबदबा वाली हजारो लाखो के साथ न्याय करने का दौर चलेगा,जिसकी खामौश अवाजे अभी मानो घोर अँधेरा में भी छुपते दबाते हुए भी इतिहास में उसी तरह दर्ज होते जा रही है,जैसे की गोरो की दबदबा वाली शासन में हजारो लाखो लोगो की अवाजे दबी हुई थी|जिनके साथ भी अधुरा न्याय हुआ है,क्योंकि इस देश के मुलवासियो को अधुरा अजादी मिला है ये बात धिरे धिरे सभी उन लोगो को समझ में आती जा रही है जिन्हे लगता है कि देश पुर्ण अजाद हो चुका है और अबतक लोकतंत्र के चारो स्तंभो में ज्यादेतर टैलेंटेड लोगो का राज चल रहा है|जो गलतफेमी गोरो के राज में भी कही जा रही थी कि गोरे बहुत बुद्धीमान थे इसलिए देश के तमाम उच्च पदो में उनकी दबदबा थी|जिस समय ऐसा नही था कि भारत के लोग उस समय शासन में नही थे|उसी तरह अभी भी ऐसा नही कि इस देश के मुलनिवासी चाहे जिस धर्म में मौजुद हो वे बिल्कुल नही हैं|बस उनका अभी राज नही चल रहा है|जो चलेगा तो समझो उसी समय पुर्ण अजादी मिल जायेगी मनुवादियो की अँधेर नगरी चौपट राज से|

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक भी प्रधानमंत्री दलित क्यों नही?

गर्मी के मौसम में उगने वाले ये केंद फल जीवन अमृत है और उसी फल का केंदू पत्ता का इस्तेमाल करके हर साल मौत का बरसात लाई जा रही है

angad kee maan taara kisakee patnee thee