पैसे के लिए खुदको निच अथवा भ्रष्ट मत बनाओ
पैसे के लिए खुदको निच अथवा भ्रष्ट मत बनाओ
पैसा तो रण्डा रण्डी भी कमा लेते हैं , सत्य इमानदारी अथवा इंसानियत कमाना सबसे बड़ी कमाई है ! इसलिए इंसान को पैसा को ज्यादे महत्व तबतक देना चाहिए ,जबतक कि उसके पास इतना न हो जाय की उससे खुदका भी पेट भर जाय और कोई घर आया मेहमान भी भुखा वापस न लौटे ! लेकिन जो लोग पैसा को इंसानियत और सत्य से भी ज्यादे महत्व देते हैं , उन्ही लोगो के चलते ही तो आज पुरी दुनियाँ में इतनी गरिबी भुखमरी है , और हर रोज पुरी दुनियाँ में गरिबी भुखमरी की वजह से हजारो लोग मर रहे हैं , और ये लोग अपने गांड़ के निचे पैसो का अंबार लगाकर दिन रात महंगे महंगे भोग विलास और झुठी शान में डुबे रहते हैं ! जिसमे बड़ौतरी होता रहे इसके लिये ही तो ये लोग झुठ बोलना ही नही न जाने क्या क्या नही करते हैं ! मसलन अभिनेता अमिताभ को ही ले लिया जाय जिसे मैं नायक नही मानता और न ही असल में भी अभिनेता का मतलब नायक होता है इतनी तो कम पढ़े लिखे लोगो को भी पता रहता है ! फिर भी न जाने कौन सी महानायक वाला सत्यकर्म देखकर अभिनेता अमिताभ को सदी का महानायक जैसे पुरुस्कार दे दिया गया ! जबकि दुनियाँ का सबसे बड़ा घोटाला में एक पनामा घोटाला में अमिताभ का भी जो नाम है वह यदि सत्य साबित हो जाय तो इनको सदी का महानायक नही सदी का सबसे बड़ा घोटाला करनेवाला खलनायक तक कहा जाएगा ! जिस तरह के घोटालो का पुरा अंबार लगा हुआ है इस देश में भी ! जिसकी झांकी कोई भी गुगल सर्च करके पता कर सकता है कांग्रेस भाजपा के घोटालो का लिस्ट जानकर भी ! जिस तरह के लिस्टो के बारे में भी यदि सारा पोल खुलने लगे तो ये तो सिर्फ झांकी अथवा ट्रेलर है , पुरी दुनियाँ में जो कालाधन का अंबार काली गुफा में लगा हूआ है , जिसे खुल जा शिमशिम कहकर भ्रष्टाचारी दिन रात अपनी रहिसी दिखलाते रहते हैं , जिसकी वजह से ही पुरी दुनियाँ में गरिबी भुखमरी कायम है , उसके बारे में भी सत्यपोल खोलकर उसका सत्य फैशला भी सुनाया जाय तो सिर्फ इस देश में ही ऐसे बड़े बड़े भ्रष्टाचारियो की पुरी गैंग मौजुद है , जो इतिहास में कई कई अली बाबा चालिस चोर का कहानी वह भी सत्य पर आधारित रच रहे हैं ! जिनका पोल भविष्य में तब खुलेगा जब पुरी दुनियाँ में इंसानियत कायम होगी , और सभी चोरो का काली गुफा भी जब्त होगी खुल जा शिमशिम कहकर ! जिस गुफा की वजह से आज चारो तरफ गरिबी भुखमरी कायम है ! मसलन इस देश में ही जो की सोने की चिड़ियाँ तक कहलाता है इतना धन संपदा से भरपुर देश में भी आधुनिक भारत डीजिटल इंडिया गरिबी हटाओ का नारा आजादी से लेकर अबतक सुन सुनकर हजारो लोग हर रोज भुख से मर रहे हैं , और काली गुफा वाले अति खा खाकर और भोग विलास करके मर रहे हैं !
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