In Manuwadi Raj, it seems as if the fictional devil of the Hindi film chehre pe chehra is waiting for the correction or treatment of Blackstone, which is a waste of time

In Manuwadi Raj, it seems as if the fictional devil of the Hindi film chehre pe chehra is waiting for the correction or treatment of Blackstone, which is a waste of time

  • मनुवादी राज में मानो हिन्दी फिल्म चेहरे पे चेहरा का काल्पनिक शैतान ब्लेकस्टोन का सुधरने या फिर इलाज का इंतजार हो रहा हैं , जो सिर्फ समय की बर्बादी है

आधुनिक डीजिटल अपडेट मनुवादी राज का प्रमुख पक्ष विपक्ष पार्टी में गरिबी हटाओ नारा देनेवाली कांग्रेस करिब साठ सालो तक दिल्ली में बैठकर पुरे देश में शासन की है , लेकिन भी उसने गरिब बीपीएल के जिवन में गरिबी हटाने के लिए खजाना क्यों नही भर सकी ? सिर्फ खुद ही अमिर से और अधिक अमिर पार्टी क्यों बनती चली गई है ? भाजपा कांग्रेस दोनो के ही नेतृत्व में गरिबी हटना तो दुर गरिबी रेखा से भी निचे अथवा BPL दाग भी नही हट सकती , क्योंकि ये दोनो ही ढोंगी पाखंडी पार्टी हैं , जो दोनो एक दुसरे को मुक्त करने की बाते करके एक दुसरे में युक्त होती रहती है | जनता को गुमराह करते समय इन दोनो पार्टियों के नेताओ को पता रहता है कि वे यदि चुनाव हारेंगे तो भी उनके लिए पिच्छे के खास गुप्त दरवाजे खुले रहते हैं , जिससे अंदर घुसकर अपनी अधुरी इच्छाओं की पूर्ति होती रहती है | इन दोनो पार्टियों का एक दुसरे का विरोध करने से इन दोनो को कुछ खास नुकसान होने वाला नही है | क्योंकि इन दोनो के पास एक दुसरे की काली करतुतो की फाईले गुप्त तरिके से छिपाकर रखे हुए हैं | जैसे की हिन्दी फिल्म सोल्जर में दो गुटो की फाईले एक दुसरे के पास मौजुद रहती है | जिन दोनो गैंगो की खात्मा करने काल्पनिक फिल्म में तो एक काल्पनिक हिरो आता है , पर रियल जिवन में इन दोनो पार्टियों की पीड़ा से देश को मुक्त करने कौन हिरो आयेगा ? मैं तो कहता हूँ जनता को ही हिरो बनना होगा और कांग्रेस फाजपा की उस गुप्त राजनिती को समझनी होगी जिसके जरिये इन दोनो में चाहे जिसकी भी सरकार बनती है , पर सत्ता का लाभ दोनो को मिलते रहती है | जैसे की अभी भी दोनो पार्टियों को ही सबसे अधिक लाभ मिल रही है , और देश में दोनो पार्टियों की ही सरकार सबसे अधिक राज्यों में भी मौजुद है | जो दोनो पार्टि अपनी सरकार बनाने के लिए बाकि पार्टियों को सिर्फ मोहरा बनाकर इस्तेमाल करती रहती है | जैसे कि लंबे समय से गरिबी भुखमरी दुर करने और आधुनिक भारत शाईनिंग इंडिया डीजिटल इंडिया का नारा देकर भोली भाली गरिब जनता को गुमराह करती आ रही है | जिन भोली भाली जनता को अपनी झुठी और ढोंग पाखंड बातो में यकिन कराकर वोट के लिये अबतक इस्तेमाल करते आ रही है | इस्तेमाल नही करती तो आज गरिब बीपीएल भारत में करोड़ो लोग रोज भुखे पेट सोने को मजबूर न होते ! जबकि इन दोनो के प्रधान सेवक अपने सेवा कार्यकाल के दौरान खुदको गरिबो का सेवक बताकर किमती सुट बुट लगाकर विदेशी दौरे सबसे अधिक किये हैं | एक के तो विदेशो से कपड़े धुल के आते थे तो दुसरे का तो सोने से जड़ा इतना किमती सुट तैयार की गई थी कि यदि उसे बेचकर किसी गरिब को उसकी किमत दे दी जाती तो वह रातो रात लखपति करोड़पति बन जाता ! जिस तरह के किमती कपड़े पहनकर सेवा करने वाले सेवको को पता है कि यह देश गरिब नही है बल्कि गरिब वे लोग हैं जिन्हे इस देश की अमिरी का हक अधिकार नही दिया जा रहा है | सिर्फ उनके वोट से अमिरी सुख सुविधा लेकर सिर्फ सारी जिवन गरिबी हटाने का ढोंग पाखंड किया जाता है | जैसे की अभी की भी सरकार बहारो फुल बरसाओ करके ढोंग पाखंड ही तो कर रही है ! जिन दोनो ही पार्टियों की सरकारो को जो भी लोग देश की गरिबी भुखमरी दुर करने वाली सरकार समझकर वोट करते हैं या समर्थन करते हैं , उनको तो मैं यही कहना चाहूँगा कि आपलोग यदि कांग्रेस भाजपा को संजीव कुमार की एक फिल्म चेहरे पे चेहरा का किरदार शैतान ब्लेकस्टोन का सुधरने या फिर इलाज का इंतजार कर रहे हैं तो यह सिर्फ समय की बर्बादी है ! क्योंकि मनुवादीयों में जो भी लोग थोड़े बहुत अच्छे लोग हैं उनको शैतान ब्लेकस्टोन कभी भी उनकी मर्जी से सुधार करने देनेवाला नही है | इससे अच्छा होगा कि इस देश की उन पार्टियों को मौका दिया जाय जिनके भितर ब्लेकस्टोन शैतान मौजुद नही है लेकिन भी वे अबतक कतार लगाकर एक बार देश का नेतृत्व करने का इंतजार कर रही हैं | पर उन्हे एक दो राज्य का भी नेतृत्व करने का मौका नही मिल रही है | हलांकि देश में अब चुनाव नाम मात्र का हो रहा है , चुनाव रिजल्ट तो दरसल वह कठपुतली मशीन कर रही है जिसका रिमोट उस ब्लेकस्टोन शैतान के हाथो में है | जिनके लिए जनता का वोट नही बल्कि नोट ज्यादे मायने रखती है , भले चाहे उस नोट को वे अपने जिवित रहने तक खर्च करे या न करे पर नोट जमा जरुर करते रहना है | जिसे इकठा करने के लिए ये कुछ भी कर सकते हैं | खुदको भगवान बताकर प्रजा से अपनी पुजा भी करा सकते हैं !

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