There were elections and courts even during the slavery of Goro, but there was no vote to choos freedom



There were elections and courts even during the slavery of Goro, but there was no vote to choos freedom.

गोरो की गुलामी के समय भी चुनाव और न्यायालय थे, लेकिन आजादी को चुनने के लिए कोई वोट नहीं था।


goro kee gulaamee ke samay bhee chunaav aur nyaayaalay the, lekin aajaadee ko chunane ke lie koee vot nahin tha.


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