untouched untouched thinking should have been discarded in the toilet like a fecal matter and put water in it

untouched untouched thinking should have been discarded in the toilet like a fecal matter and put water in it.

छुवा छुत गंदी सोच को तो अबतक शौचालय में मल मुत्र की तरह त्यागकर उसमे पानी डालकर बहा देना चाहिए था |


(chhuva chhut gandee soch ko to abatak shauchaalay mein mal mutr kee tarah tyaagakar usame paanee daalakar baha dena chaahie tha |)


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