पिछली कई चुनाव जितने वाली जिस सरकार पर वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ कराने का गंभीर आरोप लगते रहे हैं,उसके द्वारा अब किसी छोटी मोटी उपचुनाव में हार जाना,आनेवाली बड़ी लोकसभा चुनाव 2019 के लिए छोटी मोटी हार का विश्वाश चारा डालना बड़ा मकसद हो सकता है|जिसे बहुत बड़ी जीत समझकर ज्यादे बड़ी जीत को कहीं न गवा दिया जाय|क्योंकि यदि सचमुच में वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ करने की सारी अपडेट प्रक्रिया इससे पहले कि जा चूकी है,तो फिर यह भी अपडेट प्रक्रिया निश्चित जरुर हो गई होगी कि उपचुनाव में छोटी मोटी हार चारा डालकर सबको इस बात पर विश्वाश में ले लिया जाय कि वोटिंग मशीन के साथ कोई भी छेड़छाड़ वाकई में नही किया जा सकता है|जिसके बाद पिठ पिच्छे विश्वाश घात करके वोटिंग मशीन के साथ विश्वास की आड़ लेकर आनेवाली लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से फिर से सरकार बनाने की प्रक्रिया अपडेट कि जा सकती है|जो बिल्कुल मुमकिन है, क्योंकि यदि वोटिंक के दिन भी किसी वोटिंग मशीन का बिगड़ना और उसमे फिर सुधार करना मुमकिन है,तो फिर उसके साथ छेड़छाड़ करना भी बिल्कुल मुमकिन है|और यदि वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ करना मुमकिन है तो फिर किसी चुनाव में 4G का इस्तेमाल करके 4G स्पीट से फर्जी जीत दर्ज करना भी मुमकिन है|इसलिए यदि वोटिंग मशीन के साथ पिछली कई चुनाव में फर्जी जीत दर्ज की जा चुकि है,जो बात कई राजनैतिक पार्टियाँ और कई तकनिकि विद्वान भी मानते हैं,तो फिर इस पिड़ित जनता की मन की बात को भी मानकर आनेवाले भविष्य को लेकर मन में ये बात बिठा लेना चाहिए कि भविष्य में होनेवाली लोकसभा चुनाव यदि बिना कोई वोटिंग मशीन छेड़छाड़ विवाद के भारी फर्जी बहुमत से नही हारनी हो तो अपकीबार का जो लोकसभा चुनाव होनेवाली है,उसमे वोटिंग मशीन में खास ऐसी अपडेट कराके चुनाव हो जिसके बारे में मैने कुछ सुझाव दिए हैं|क्योंकि वर्तमान की सरकार यदि वाकई में वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ कराकर पिछली कई चुनाव फर्जी तरिके से जीत चुकि है,तो फिर से वह आनेवाली लोकसभा चुनाव में भी भारी बहुमत से जीतकर दुबारा से केन्द्र सत्ता में आने की तैयारी करने के लिए उपचुनाव में छोटी मोटी हार का चारा डाल चुकी है|जिसे चुगने का मतलब 2019 का भी लोकसभा चुनाव को चुक जाना है|क्योंकि मुझे पुरा विश्वाश ही नही बल्कि यकिन भी है कि भाजपा यदि साठ महिना साईनिंग इंडिया शासन चलाकर बुरी तरह से हार सकती है,तो फिर साईनिंग इंडिया का नेतृत्व कर रहे बड़े नेता के द्वारा जिस छोटे नेता को अपना राज धर्म का पालन करने की बाते कही गयी थी,उसके नेतृत्व में भाजपा साठ साल बनाम साठ महिने का अवसर फिर से मांगकर राज धर्म अपडेट होकर देश और प्रजा की सेवा धर्म का पालन अब ठीक से हो रहा है कि नही,ये खुद भाजपा के भी बहुत से नेताओ के विचार से पता चल जाता है कि देश और प्रजा सेवा धर्म का ठीक से पालन नही हो रहा है|और जब देश और प्रजा सेवा धर्म का पालन यदि ठीक से नही हो रहा है तो फिर निश्चित रुप से यह तय है कि देश के ज्यादेतर नागरिक इस डीजिटल इंडिया की सरकार को पिछली लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से चुनकर खुदको ठगा ठगा महसुश कर रहे होंगे|क्योंकि सरकार के पुरे देश और प्रजा की सेवा कार्यकाल में ज्यादेतर समय सरकार द्वारा देश की सारी सुख संसाधनो का भरपुर उपयोग करके हवा हवाई विदेश दौरा वगैरा महंगी महंगी खुदकी सेवा करने और सेल्फी लेने और सुट बुट पहने में ही बित गई है|जिस सरकार के कार्यकाल गुजरने में ज्यादे से ज्यादे अब पाँच साल में एक साल ही बच गए हैं|और जाहिर है जब सरकार लगभ चार साल में जमिन से जुड़ी हुई मुल समस्याओ का समाधान भी यदि नही निकाल सकी है तो बाकि बचे एक साल में क्या ऐसा करेगी जिससे की सबके अच्छे दिन वाकई में आनेवाले हैं?क्योंकि बहुत जल्द लोकसभा चुनाव 2019 आनेवाले हैं,जिसमे चुनाव प्रचार के दौरान वर्तमान की भाजपा सरकार फिर से क्या हर साल दो करोड़ बेरोजगारो को नौकरी मिली?जैसे सवाल अपने चुनावी मंच से दोहराने वाली है?और जिस भाषन अश्वाशन को जुमला कह दिया गया है मसलन "चोर लुटेरो ने जो विदेशो में इतना सारा कालाधन छिपाकर रखा है कि उसे वापस लाने से एक एक गरिब के खाते में मुफत में पंद्रह बीस लाख यू ही मिल जायेंगे"ऐसी ही भाषन अश्वाशन फिर से दोहराने जानेवाली है क्या?इतना ही नही बहुत हुआ किसान पर अत्याचार,अपकीबार भाजपा की सरकार,बहुत हुआ भ्रष्टाचार,अपकीबार भाजपा सरकार,बहुत हुई महंगाई की मार,अपकीबार भाजपा सरकार,बहुत हुआ नारी पर वार,अपकीबार भाजपा सरकार,बहुत हुआ रोजगार का इंतजार,अपकीबार भाजपा सरकार,बहुत हुआ घोटालो का व्यापार,अपकीबार भाजपा सरकार,वगैरा वगैरा ऐसे तमाम वादे जिसे पिछली लोकसभा चुनाव में भाजपा जनता के बिच जाकर वादा करके भारी बहुमत से जितकर आई थी|जिन वादो को भाजपा अपने साठ महिने की शासन में पुरी कर पायेगी क्या?यह तो जनता खुद भविष्य में तय करेगी|या फिर अभी से ही तय कर चुकी है|मैने तो आनेवाले लोकसभा चुनाव परिणाम मंथन में भविष्य की चुनाव रिजल्ट के बारे में यह तय किया है कि यदि आनेवाले लोकसभा चुनाव में पुरानी उसी वोटिंग मशीन के साथ चुनाव हुए और वोट देने के बाद मिलने वाली रसिद मिलने या फिर उसकी ठीक से गिनती करने की सारी इंतजाम करने की माहौल न बनाकर इसी तरह का ही इंतजाम यदि रहा अगले लोकसभा चुनाव 2019 में भी,तो फिर यह निश्चित है की विवादित पुराना वोटिंग मशीन की गिनती में भाजपा फिर से भारी बहुमत से जीतकर आयेगी|जिसके लिए उपचुनाव में छोटी मोटी हार का चारा डालकर बड़ी जीत दर्ज कराने की सारी तैयारी कर चुकी है|खासकर यदि वाकई में वह पिछली कई चुनाव में वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ कराकर 4G मोबाईल टावर वगैरा के जरिये फर्जी जीत दर्ज करा चुकी है|इसलिये अपकीबार या तो पुराने तरिके से मत पत्र द्वारा लोकसभा चुनाव कराया जाय या फिर वोटिंग मशीन में भारी अपडेट करके उसमे वोट करने के बाद जो रसिद निकलती है, उसकी गिनती करने के साथ साथ उसकी एक पर्ती वोट करने वाले मतदाता को भी मिले यह सुविधा भी उपलब्ध कराया जाय वोटिंग मशीन में|क्योंकि यदि नोट निकालने वाली एटीएम मशीन में नोट निकलने के बाद निजि रसीद निकलने की सुविधा भी उपलब्ध है,तो फिर वोट डालने के बाद निजि वोट का रसीद निकलने की सुविधा वोटिंग मशीन में उपलब्ध क्यों नही अपडेट हो सकती है?जिन सारे सवालो का जवाब अपने मन में ही खोजकर यदि आधा से अधिक मतदाताओ को मेरी ये मांग और सुझाव अच्छी लग रही है,और वे मेरी बातो का समर्थन कर रहे हैं तो वे जरुर इस बात पर गंभीरता पुर्वक गौर करे कि यदि मेरी बातो को नजरअंदाज कर दिया गया सरकार या फिर बाकि उन लोगो के द्वारा जो कि मेरी बातो पर यकिन नही कर रहे हैं,तो फिर एकबार मैं फिर से दोहराना चाहुँगा कि भारी चुक होगी यदि वर्तमान की तरह पुरानी वोटिंग मशीन में विश्वाश करके आनेवाली लोकसभा चुनाव 2019 हुए!बजाय इसके की वोटिंग मशीन का अपडेट करके सबके अच्छे दिन वाकई में आए ऐसी चुनाव हो|न कि इसी तरह के बुरे दिन की मौजुदगी में अच्छे दिन आ गए हैं विश्वाश करके उस पुराने वोटिंग मशीन पर ही वोट किया जाय जिससे कोई पर्ची नही निकलती है वोट करने के बाद!और अगर निकलती भी है तो उसकी गिनती नही होती है|सिर्फ डीजिटल वोट कि गिनती होती है|जिस डीजिटल वोट की गिनती करना आधुनिक भारत और डीजिटल इंडिया की विकाश में कितने वोटर जानते हैं?जिसका फायदा उठाकर ही तो वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ करना मुमकिन हो पाया होगा यदि सचमुच में वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ हुआ होगा|और अगर पिछली कई चुनाव में छेड़छाड़ हुआ होगा तो याद रहे अगली लोकसभा चुनाव में भी भारी छेड़छाड़ जरुर होनेवाले हैं|जिसकी फंदा लगाकर चारा उपचुनाव में छोटी मोटी हार दर्ज कराकर चारा डाली जा चुकि है|अथवा बड़ी जीत दर्ज कराने की सारी तैयारी हो चुकी होगी|और यदि सारी तैयारी हो चुकी है तो फिर सबके अच्छे दिन नही आने वाले हैं बल्कि भारी छेड़छाड़ के साथ अपकीबार का लोकसभा चुनाव 2019 होनेवाले हैं|बल्कि यदि कांग्रेस के भी पक्ष में चुनाव परिणाम निकले तो भी प्रमुख विपक्षी पार्टी की जीत हो गई है इस बात पर मुझे यकिन तबतक नही होगा जबतक की वोटिंग मशीन के साथ वही पुरानी प्रक्रिया दोहराई जाती रहेगी और कांग्रेस भाजपा भितर से गले मिले हुए हैं इस बात पर यकिन करने की झांकी दिखती रहेगी|क्योंकि फिलहाल भी मेरे लिए तो भाजपा जीते या फिर कांग्रेस जीते,दोनो ही भाजपा कांग्रेस युक्त भितर ही भितर वोट का आपसी विलय करने वाली एक ही पार्टी हैं|खैर ये तो हिन्दुस्तान की जनता खुद अपने विचार से तय करे,मैने तो अपना विचार रख सिर्फ गिने चुने लोगो के पास रख दिये हैं,क्योंकि अफसोश होता है मुझे यह लिखते हुए कि मेरी यह ज्ञान हिन्दुस्तान के सायद सौ वोटर को भी नही पहुँच पायेगी|इसलिए काश कि मेरी ब्लॉगर साईट में ऐसे पाठक प्रवेश कर सके जो कि मेरी इस ज्ञान को हिन्दुस्तान के ज्यादे से ज्यादे नागरिको को बांट सके|
In order to bring about a balanced change in the humanity and environment of the whole world, I have given my views about politics, religion, Chunav Vagaira. पूरी दुनिया की मानवता और पर्यावरण में एक संतुलित बदलाव लाने के लिए, मैंने राजनीति, धर्म, सरकार चूनाव वगैरा के बारे में अपने विचार दिए हैं। pooree duniya kee maanavata aur paryaavaran mein ek santulit badalaav laane ke lie, mainne raajaneeti, dharm, choonav vagaira ke baare mein apane vichaar die hain.
प्रचार
रविवार, 18 मार्च 2018
उपचुनाव छोटी मछली तो लोकसभा चुनाव बड़ी मछली है EVM हैकरो के लिए
पिछली कई चुनाव जितने वाली जिस सरकार पर वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ कराने का गंभीर आरोप लगते रहे हैं,उसके द्वारा अब किसी छोटी मोटी उपचुनाव में हार जाना,आनेवाली बड़ी लोकसभा चुनाव 2019 के लिए छोटी मोटी हार का विश्वाश चारा डालना बड़ा मकसद हो सकता है|जिसे बहुत बड़ी जीत समझकर ज्यादे बड़ी जीत को कहीं न गवा दिया जाय|क्योंकि यदि सचमुच में वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ करने की सारी अपडेट प्रक्रिया इससे पहले कि जा चूकी है,तो फिर यह भी अपडेट प्रक्रिया निश्चित जरुर हो गई होगी कि उपचुनाव में छोटी मोटी हार चारा डालकर सबको इस बात पर विश्वाश में ले लिया जाय कि वोटिंग मशीन के साथ कोई भी छेड़छाड़ वाकई में नही किया जा सकता है|जिसके बाद पिठ पिच्छे विश्वाश घात करके वोटिंग मशीन के साथ विश्वास की आड़ लेकर आनेवाली लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से फिर से सरकार बनाने की प्रक्रिया अपडेट कि जा सकती है|जो बिल्कुल मुमकिन है, क्योंकि यदि वोटिंक के दिन भी किसी वोटिंग मशीन का बिगड़ना और उसमे फिर सुधार करना मुमकिन है,तो फिर उसके साथ छेड़छाड़ करना भी बिल्कुल मुमकिन है|और यदि वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ करना मुमकिन है तो फिर किसी चुनाव में 4G का इस्तेमाल करके 4G स्पीट से फर्जी जीत दर्ज करना भी मुमकिन है|इसलिए यदि वोटिंग मशीन के साथ पिछली कई चुनाव में फर्जी जीत दर्ज की जा चुकि है,जो बात कई राजनैतिक पार्टियाँ और कई तकनिकि विद्वान भी मानते हैं,तो फिर इस पिड़ित जनता की मन की बात को भी मानकर आनेवाले भविष्य को लेकर मन में ये बात बिठा लेना चाहिए कि भविष्य में होनेवाली लोकसभा चुनाव यदि बिना कोई वोटिंग मशीन छेड़छाड़ विवाद के भारी फर्जी बहुमत से नही हारनी हो तो अपकीबार का जो लोकसभा चुनाव होनेवाली है,उसमे वोटिंग मशीन में खास ऐसी अपडेट कराके चुनाव हो जिसके बारे में मैने कुछ सुझाव दिए हैं|क्योंकि वर्तमान की सरकार यदि वाकई में वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ कराकर पिछली कई चुनाव फर्जी तरिके से जीत चुकि है,तो फिर से वह आनेवाली लोकसभा चुनाव में भी भारी बहुमत से जीतकर दुबारा से केन्द्र सत्ता में आने की तैयारी करने के लिए उपचुनाव में छोटी मोटी हार का चारा डाल चुकी है|जिसे चुगने का मतलब 2019 का भी लोकसभा चुनाव को चुक जाना है|क्योंकि मुझे पुरा विश्वाश ही नही बल्कि यकिन भी है कि भाजपा यदि साठ महिना साईनिंग इंडिया शासन चलाकर बुरी तरह से हार सकती है,तो फिर साईनिंग इंडिया का नेतृत्व कर रहे बड़े नेता के द्वारा जिस छोटे नेता को अपना राज धर्म का पालन करने की बाते कही गयी थी,उसके नेतृत्व में भाजपा साठ साल बनाम साठ महिने का अवसर फिर से मांगकर राज धर्म अपडेट होकर देश और प्रजा की सेवा धर्म का पालन अब ठीक से हो रहा है कि नही,ये खुद भाजपा के भी बहुत से नेताओ के विचार से पता चल जाता है कि देश और प्रजा सेवा धर्म का ठीक से पालन नही हो रहा है|और जब देश और प्रजा सेवा धर्म का पालन यदि ठीक से नही हो रहा है तो फिर निश्चित रुप से यह तय है कि देश के ज्यादेतर नागरिक इस डीजिटल इंडिया की सरकार को पिछली लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से चुनकर खुदको ठगा ठगा महसुश कर रहे होंगे|क्योंकि सरकार के पुरे देश और प्रजा की सेवा कार्यकाल में ज्यादेतर समय सरकार द्वारा देश की सारी सुख संसाधनो का भरपुर उपयोग करके हवा हवाई विदेश दौरा वगैरा महंगी महंगी खुदकी सेवा करने और सेल्फी लेने और सुट बुट पहने में ही बित गई है|जिस सरकार के कार्यकाल गुजरने में ज्यादे से ज्यादे अब पाँच साल में एक साल ही बच गए हैं|और जाहिर है जब सरकार लगभ चार साल में जमिन से जुड़ी हुई मुल समस्याओ का समाधान भी यदि नही निकाल सकी है तो बाकि बचे एक साल में क्या ऐसा करेगी जिससे की सबके अच्छे दिन वाकई में आनेवाले हैं?क्योंकि बहुत जल्द लोकसभा चुनाव 2019 आनेवाले हैं,जिसमे चुनाव प्रचार के दौरान वर्तमान की भाजपा सरकार फिर से क्या हर साल दो करोड़ बेरोजगारो को नौकरी मिली?जैसे सवाल अपने चुनावी मंच से दोहराने वाली है?और जिस भाषन अश्वाशन को जुमला कह दिया गया है मसलन "चोर लुटेरो ने जो विदेशो में इतना सारा कालाधन छिपाकर रखा है कि उसे वापस लाने से एक एक गरिब के खाते में मुफत में पंद्रह बीस लाख यू ही मिल जायेंगे"ऐसी ही भाषन अश्वाशन फिर से दोहराने जानेवाली है क्या?इतना ही नही बहुत हुआ किसान पर अत्याचार,अपकीबार भाजपा की सरकार,बहुत हुआ भ्रष्टाचार,अपकीबार भाजपा सरकार,बहुत हुई महंगाई की मार,अपकीबार भाजपा सरकार,बहुत हुआ नारी पर वार,अपकीबार भाजपा सरकार,बहुत हुआ रोजगार का इंतजार,अपकीबार भाजपा सरकार,बहुत हुआ घोटालो का व्यापार,अपकीबार भाजपा सरकार,वगैरा वगैरा ऐसे तमाम वादे जिसे पिछली लोकसभा चुनाव में भाजपा जनता के बिच जाकर वादा करके भारी बहुमत से जितकर आई थी|जिन वादो को भाजपा अपने साठ महिने की शासन में पुरी कर पायेगी क्या?यह तो जनता खुद भविष्य में तय करेगी|या फिर अभी से ही तय कर चुकी है|मैने तो आनेवाले लोकसभा चुनाव परिणाम मंथन में भविष्य की चुनाव रिजल्ट के बारे में यह तय किया है कि यदि आनेवाले लोकसभा चुनाव में पुरानी उसी वोटिंग मशीन के साथ चुनाव हुए और वोट देने के बाद मिलने वाली रसिद मिलने या फिर उसकी ठीक से गिनती करने की सारी इंतजाम करने की माहौल न बनाकर इसी तरह का ही इंतजाम यदि रहा अगले लोकसभा चुनाव 2019 में भी,तो फिर यह निश्चित है की विवादित पुराना वोटिंग मशीन की गिनती में भाजपा फिर से भारी बहुमत से जीतकर आयेगी|जिसके लिए उपचुनाव में छोटी मोटी हार का चारा डालकर बड़ी जीत दर्ज कराने की सारी तैयारी कर चुकी है|खासकर यदि वाकई में वह पिछली कई चुनाव में वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ कराकर 4G मोबाईल टावर वगैरा के जरिये फर्जी जीत दर्ज करा चुकी है|इसलिये अपकीबार या तो पुराने तरिके से मत पत्र द्वारा लोकसभा चुनाव कराया जाय या फिर वोटिंग मशीन में भारी अपडेट करके उसमे वोट करने के बाद जो रसिद निकलती है, उसकी गिनती करने के साथ साथ उसकी एक पर्ती वोट करने वाले मतदाता को भी मिले यह सुविधा भी उपलब्ध कराया जाय वोटिंग मशीन में|क्योंकि यदि नोट निकालने वाली एटीएम मशीन में नोट निकलने के बाद निजि रसीद निकलने की सुविधा भी उपलब्ध है,तो फिर वोट डालने के बाद निजि वोट का रसीद निकलने की सुविधा वोटिंग मशीन में उपलब्ध क्यों नही अपडेट हो सकती है?जिन सारे सवालो का जवाब अपने मन में ही खोजकर यदि आधा से अधिक मतदाताओ को मेरी ये मांग और सुझाव अच्छी लग रही है,और वे मेरी बातो का समर्थन कर रहे हैं तो वे जरुर इस बात पर गंभीरता पुर्वक गौर करे कि यदि मेरी बातो को नजरअंदाज कर दिया गया सरकार या फिर बाकि उन लोगो के द्वारा जो कि मेरी बातो पर यकिन नही कर रहे हैं,तो फिर एकबार मैं फिर से दोहराना चाहुँगा कि भारी चुक होगी यदि वर्तमान की तरह पुरानी वोटिंग मशीन में विश्वाश करके आनेवाली लोकसभा चुनाव 2019 हुए!बजाय इसके की वोटिंग मशीन का अपडेट करके सबके अच्छे दिन वाकई में आए ऐसी चुनाव हो|न कि इसी तरह के बुरे दिन की मौजुदगी में अच्छे दिन आ गए हैं विश्वाश करके उस पुराने वोटिंग मशीन पर ही वोट किया जाय जिससे कोई पर्ची नही निकलती है वोट करने के बाद!और अगर निकलती भी है तो उसकी गिनती नही होती है|सिर्फ डीजिटल वोट कि गिनती होती है|जिस डीजिटल वोट की गिनती करना आधुनिक भारत और डीजिटल इंडिया की विकाश में कितने वोटर जानते हैं?जिसका फायदा उठाकर ही तो वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ करना मुमकिन हो पाया होगा यदि सचमुच में वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ हुआ होगा|और अगर पिछली कई चुनाव में छेड़छाड़ हुआ होगा तो याद रहे अगली लोकसभा चुनाव में भी भारी छेड़छाड़ जरुर होनेवाले हैं|जिसकी फंदा लगाकर चारा उपचुनाव में छोटी मोटी हार दर्ज कराकर चारा डाली जा चुकि है|अथवा बड़ी जीत दर्ज कराने की सारी तैयारी हो चुकी होगी|और यदि सारी तैयारी हो चुकी है तो फिर सबके अच्छे दिन नही आने वाले हैं बल्कि भारी छेड़छाड़ के साथ अपकीबार का लोकसभा चुनाव 2019 होनेवाले हैं|बल्कि यदि कांग्रेस के भी पक्ष में चुनाव परिणाम निकले तो भी प्रमुख विपक्षी पार्टी की जीत हो गई है इस बात पर मुझे यकिन तबतक नही होगा जबतक की वोटिंग मशीन के साथ वही पुरानी प्रक्रिया दोहराई जाती रहेगी और कांग्रेस भाजपा भितर से गले मिले हुए हैं इस बात पर यकिन करने की झांकी दिखती रहेगी|क्योंकि फिलहाल भी मेरे लिए तो भाजपा जीते या फिर कांग्रेस जीते,दोनो ही भाजपा कांग्रेस युक्त भितर ही भितर वोट का आपसी विलय करने वाली एक ही पार्टी हैं|खैर ये तो हिन्दुस्तान की जनता खुद अपने विचार से तय करे,मैने तो अपना विचार रख सिर्फ गिने चुने लोगो के पास रख दिये हैं,क्योंकि अफसोश होता है मुझे यह लिखते हुए कि मेरी यह ज्ञान हिन्दुस्तान के सायद सौ वोटर को भी नही पहुँच पायेगी|इसलिए काश कि मेरी ब्लॉगर साईट में ऐसे पाठक प्रवेश कर सके जो कि मेरी इस ज्ञान को हिन्दुस्तान के ज्यादे से ज्यादे नागरिको को बांट सके|
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