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शुक्रवार, 2 नवंबर 2018

इस देश के मुलनिवासियो की वोट और साथ लेकर उनपर कौन राज कर रहा है

मनुवादी,छुवा छुत,ढोंग पाखंड अँधभक्ती,
इस देश के मुलनिवासियो द्वारा जो चाहे जिस भी धर्म में मौजुद हो,उनकी भारी बहुमत वोट से मनुवादी भाजपा कांग्रेस सोच की सरकार इस देश में चुनकर कभी भी इस देश के मुलनिवासी जिनका DNA एक है,जिस DNA से मनुवादियो का डीएनए नही मिलता है,क्योंकि मनुवादियो का डीएनए विदेशी लोगो की DNA से मिलता है,जो बात साबित भी हो चूका है,इसलिए इस देश के सभी मुलनिवासियो को मान लेनी चाहिए कि मनुवादियो की दबदबा वाली भाजपा कांग्रेस सरकार कभी भी इस देश के मुलनिवासियो की भला वैसी नही कर सकती,जैसे कि इस देश के मुलनिवासी जो चाहे जिस भी धर्म में मौजुद हो,वह खुद अपनी दबदबा की सरकार चुनकर खुदके साथ बेहत्तर न्याय और रक्षा सेवा भी कर सकता है|जिसकी दबदबा इस देश की सत्ता में जिसदिन भी आ जायेगी,उसदिन देश ही नही पुरी दुनियाँ प्रयोगिक तौर पर ये जान जायेगी कि मनुवादी इस देश और इस देश के मुलनिवासियो का छुवा छुत भेदभाव करके बेहत्तर शोषन अत्याचार तो अपनी मनुवादी सोच से कर सकते हैं,पर बेहत्तर सेवा कभी नही कर सकते|क्योंकि जो लोग इस देश के मुलनिवासियो को हजारो सालो से छुवा छुत देते आ रहे हैं,जो छुवा छुत आज भी जारी है,वह कैसे छुवा छुत शोषन अत्याचार करके बेहत्तर सेवा तो दुर मुलभुत जरुरत की चीजे भी मानो अपने गुलामो को दे सकते हैं|हाँ थोड़े बहुत लोगो को यदि दे भी रहे हैं तो वह तो गोरे भी देते थे|जो गोरे यदि नही देते तो क्या गोरो की शासन में बेहत्तर भागीदारी की मांग होती गुलामो के ही द्वारा,बजाय इसके कि गोरो की शासन में शासन में उचित भागीदारी मांगना छोड़कर अजादी मांगी जाती|वह भी यदि गोरे इमानदारी से गुलाम किये इसके लिए माफी चाहते हैं,कहते हुए ये रही गुलामो आपकी अजादी कहकर चुपचाप देने को तैयार हो जाते तब तो बिना डंडा खाये और अजादी के लिए फांसी पर भी लटके मांगी जाती|हलांकि फिर भी बहुत से गुलाम मानो गोरो से चाय पिते गले मिलते हुए अजादी के नायको को फांसी पर लटकते हुए देखककर भी अजादी मांग रहे थे|जिस तरह ही गोरो के जाने के बाद मनुवादियो से छुवा छुत भेदभाव से अजादी भाजपा कांग्रेस सरकार चुनकर,प्यार मोहब्बत से चाय पिकर गले मिलकर 71 सालो से मांग रहे हैं|जिसके लिये अजाद भारत का संविधान लागू होकर 16 बार लोकसभा चुनाव भी हो चुके हैं|पर आजतक भी पुरी अजादी तो दुर मनुवादी दबदबा सरकार में इस देश के मुलनिवासियो को जो चाहे जिस धर्म में मौजुद हो उचित भागीदारी भी नही मिली है|हाँ मनुवादी भाजपा कांग्रेस ब्रिटिश फ्रांस और पुर्तगाल की तरह अपने ही डीएनए के लोगो को छुवा छुत गुलाम न करके दुसरे डीएनए को छुवा छुत गुलाम करके गणतंत्र के चारो प्रमुख स्तंभो में मनुवादी दबदबा कायम किये हुए हैं|जो स्वभाविक भी है क्योंकि विदेशी डीएनए देशी डीएनए को गुलाम भी बनाता है और छुवा छुत भी करता है|सायद ही कभी ये सुना देखा और पढ़ा गया हो कि कोई देश अपने ही देश को गुलाम बनाया है और किसी एक परिवार में लोग एक दुसरे से घोर छुवा छुत कर रहे हो|जाहिर है डीएनए से मनुवादी इस देश के मुलनिवासियो से अलग हैं जिसके चलते वे इस देश के मुलनिवासियो को ही ताड़ते आ रहे हैं|जिसके बारे में डीएनए जाँच से पहले भी दुसरे तरिके से जाँच करके ये जानकारी दी जा चुकि है की मनुवादी और इस देश के मुलनिवासी दोनो अलग हैं|जिसके चलते ढोल,गंवार, शूद्र,पशु ,नारी सकल ताड़ना के अधिकारी श्लोक अलग बतलाने के लिए लिखा जा चुका है|जिस ताड़न से अजादी तभी मिलेगी जब इस देश के मुलनिवासी जो चाहे जिस भी धर्म जात में मौजुद हो वे सभी एकजुट होकर अपनी दबदबा वाली खुदकी सरकार चुनेंगे|नही तो फिर ये मनुवादी दबदबा भाजपा कांग्रेस सरकार मानो जिस प्रकार ब्रिटिश पुर्तगाल और फ्रांस शोषन अत्याचार करने की अब मेरी बारी मेरी बारी कहकर आपस में लड़ते थे उसी प्रकार राफेल और बोफोर्स की दलाली वगैरा भ्रष्टाचार पर आपस में लड़कर बाद में चुनाव जितने के बाद दोनो पार्टी की नेता और नीति एक दुसरे का पुरक साबित होकर इधर से उधर हुए एक दुसरे को बचाते हुए मजबुती रिस्ता भी कायम करेंगे|जिसके बाद ये एक दुसरे से मनुवादी रिस्ता जोड़कर बहुत कुछ देश और प्रजा का सौंपते चले जायेंगे|जैसे कि 1661 ई. को  पुर्तगाल ब्रिटिश से रिस्ता कायम करके मुम्बई को दहेज में सौंप दिया था|वैसे भी मनुवादी चाहे भाजपा का नेतृत्व करे या कांग्रेस का शोषन अत्याचार अन्याय तो इस देश के मुलनिवासियो का ही होना है|चाहे वे जिस धर्म को अपनाकर खुदको सबसे अधिक मान सम्मान महसुश करें|जिस बात को जो भी मुलनिवासी गलत मानता है,वह चाहे तो खुशी खुशी अपनी मर्जी से भाजपा या कांग्रेस की सरकार चुनकर चाहे जितना इंतजार करे भेदभाव शोषन अत्याचार समाप्त होने कि कभी भी समाप्त नही होगा|जिस बुरे हालात के लिए जो लोग भाजपा कांग्रेस को वोट या समर्थन नही देते हैं,उसे मैं जिम्मेवार नही मानता,बल्कि उसे जिम्मेवार मानता हुँ,जो लोग इस अँधभक्ती में डुबे हुए हैं कि अब भी इतना सबकुछ मनुवादी कुकर्म देखने सुनने और पढ़ने के बाद भी कांग्रेस भाजपा एक दुसरे का घोर विरोधी पार्टी हैं मानकर बार बार भाजपा कांग्रेस को ही वोट और समर्थन देते रहते हैं|जिन लोगो को ही मैं मनुवादियो को ताकत और हौशला देनेवाले अपने पांव में खुद ही कुल्हाड़ी मारने वाले मानता हुँ|जो एकबार फिर से भाजपा कांग्रेस को एक दुसरे का घोर विरोधी मानकर भाजपा हटाओ कांग्रेस लाओ कहकर मानो मनुवादी भगाओ और मनुस्मृती लाओ बदलाव करने जा रहे हैं|क्योंकि चाहे मनुवादी सरकार लाओ या फिर मनुस्मृती रचने वाली सरकार लाओ दोनो एक है|जिसे लाकर एक पिड़ी गरिबी हटाओ सुनते सुनते आधी से भी अधिक अबादी गरिबी भुखमरी जिवन जिते जिते जा रही है,और दुसरा युवा पिड़ी को भी कांग्रेस की आधुनिक भारत,गरिबी हटाओ और भाजपा की शाईनिंग इंडिया,डीजिटल इंडिया नारा लगवाते लगवाते गरिबी भुखमरी और बेरोजगारी में ही जाने के लिए फिर से अपने ही पांव में कुल्हाड़ी मारने की तैयारी चल रही है|जिसे मैं कुछ मुलनिवासियो द्वारा अपनी नीजि खास स्वार्थ के चलते बाकियो को गुमराह और भ्रम में करके फिर से कांग्रेस भाजपा सरकार की गरिबी भुखमरी और छुवा छुत शोषन अन्याय अत्याचार सेवा थोपना मानता हुँ|जो बात मैं यदि गलत बता रहा हुँ,यैसा वे मानते हैं तो वे इंतजार करे उस दिन का जब देश से भाजपा कांग्रेस की सरकार जाने के बाद मनुवादियो की दबदबा धिरे धिरे गणतंत्र के चारो स्तंभो से भी चली जायेगी और मुलनिवासियो का उचित भागीदारी जो चाहे जिस धर्म में मौजुद हो उनको उचित हक अधिकार भी मिल जायेगी|जिसके बाद देश दुनियाँ इस बात का मंथन करेगी कि वर्तमान में जो मनुवादियो की दबदबा शासन चल रही है,जिसके द्वारा देश और जनता की सेवा हो रही है,उससे बेहत्तर होगी की नही होगी?जिस सवाल का जवाब प्रयोगिक रुप से भारी बदलाव होते हुए एकदिन जरुर देखी सुनी और पढ़ी जायेगी| जिसके बाद भविष्य में आने वाली नई पिड़ी भी मनुवादियो की दबदबा से छुटकारा पाने की संघर्ष इतिहास पढ़ेगी सुनेगी और देखेगी कि किस किस वजह से मनुवादियो की छुवा छुत शोषन अन्याय अत्याचार से अजादी पाने में देरी हो रही थी?क्योंकि वर्तमान का वेद अथवा आवाज और पुराण दिखलाई देनेवाला तस्वीर और विडियो रिकॉर्ड होकर भी दर्ज हो रहा है|जिसमे बदलाव या मिलावट करने में मनुवादियो को घोर कठिनाई होगी|खासकर जब पुरी दुनियाँ के पास सही गलत बुराई अच्छाई इतिहास दर्ज हो रहा है|जैसे की भाजपा का हर साल दो करोड़ को रोजगार वगैरा बहुत सारे जुमला और कांग्रेस का गरिबी हटाओ बीपीएल भारत ऑडियो विडियो और कागज समेत बाकि भी कई अलग अलग ज्ञान भंडार करने का माध्यम में दर्ज हो चुका है|जो इंसान का दिमाक में भी दर्ज हो चुका है|जैसे की गोरो की गुलामी और छुवा छुत की मौजुदगी दर्ज हो चुका है|

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