Worry about petrol costlier due to Russia Ukraine war,Why is there no concern about blood being cheap? part 2

 

रूस यूक्रेन युद्ध से पेट्रोल महंगा होने की चिंता, खून सस्ता होने की चिंता क्यों नहीं ? भाग 2

khoj123


2013 ई० की ही रिपोर्ट अनुसार विश्वभर में जो हर दिन 24000 लोग भुख से मर रहे हैं , उसके लिए प्रमुख जिम्मेवार इस पृथ्वी में अपनी शैतानी सोच से गुलाम करने वाले इंसान ही हैं | जो की इंसान के रुप में सबसे बड़ा शैतान जीवन जी रहे होते हैं | जिन शैतानो की वजह से ही इस हरी भरी पृथ्वी में आजतक भी हर रोज हजारो लोगो की मौत गरिबी भुखमरी से हो रही है | क्योंकि ऐसे शैतानी सोच रखने वालो के लिए सबसे विकसित मानव वह है , जो अपने जीवन में गरिबी भुखमरी न होने देने के लिए चाहे किसी को गुलाम बनाए , चाहे किसी का शोषण अत्याचार करे , दुसरो के हक अधिकारो को कब्जा करे , धन संपदा की लुटपाट जैसे बड़े बड़े अपराध करे ! उनके लिए जबतक कोई यह सब अपराध करते पकड़ा न जाए तबतक इंसान यह सब अपराध गरिबी भुखमरी से दुर रहने के लिए कर सकता है | जिसके चलते ऐसे लोग अक्सर धन प्राप्त करने के लिए दुसरो को ही नही अपने परिवार के सदस्यो को भी यह विचार थोपते रहते हैं कि चाहे चोरी करके लाओ या फिर डाका डालकर लाओ पर कहीं से भी धन लाओ ! क्योंकि गरिबी भुखमरी जीवन इनके लिए देखा जाए तो सबसे निच लोगो का जीवन होता है , और अमिरी जीवन उच्च लोगो का जीवन होता है | भले क्यों न वह अमिरी उनके द्वारा बड़े बड़े लुटपाट चोरी भ्रष्टाचार करके खुल जा शिमशिम कहकर काली गुफा में जमा होता रहा हो |ऐसे लोगो के लिए तो बस धन का बारिस किसी तरह भी होता रहे चाहे क्यों न किसी देश को गुलाम बनाकर हो ! जिस तरह के लोगो को अपना आदर्श मानकर जो भी लोग इस धरती का सबसे विकसित इंसान बनने के लिए विचार कर रहे होते हैं , वही लोग ही तो दुनियाँ में सबसे बड़े बड़े भ्रष्टाचार करके सबसे अधिक धन बटोरकर झुठी शान की जीवन जी रहे होते हैं | वह भी यह सोचते हुए कि वे ही इस धरती का सबसे विकसित लोग हैं | जैसे की कई देशो को गुलाम करने वाले गोरे लोग पुरी दुनियाँ में सबसे विकसित लोग हैं | जिनके ऐतिहासिक बड़े बड़े कुकर्मो के बारे में जानने वाले जानवर भी यदि किसी विकसित परिवार समाज के लिए कैसी विकसित सोच होनी चाहिए यह विचार करते होंगे तो निश्चित तौर पर वे भी ऐसे इंसानो को इस पृथ्वी का सबसे बड़ा शैतान ही समझते होंगे | ऐसा शैतान जिनकी वजह से मानवता तो खतरे में सैकड़ो हजारो सालो से पड़ता ही रहा है , पर अब पर्यावरण में भी सबसे बड़ा खतरा ऐसे लोगो की वजह से ही हो रहा है | क्योंकि ऐसे लोग सिर्फ अपनी गरिबी भुखमरी दुर करने के लिए बड़े बड़े लुटपाट गलाम करने जैसे कुकर्म नही करते , बल्कि इनकी सोच ही ऐसे कुकर्म करने की रही है | जिसे ये सबसे विकसित सोच मानकर अपडेट करते रहते हैं | क्योंकि यदि इनकी सोच ही ऐसी नही होती और ये अपनी गरिबी भुखमरी दुर करने के लिए लुटपाट गुलाम बनाने जैसा बड़े बड़े कुकर्म किए होते तो गुलाम करके लुटपाट करते हुए अपनी गरिबी भुखमरी दुर करने के बाद खुदको अपडेट करके फूट डालो और राज करो सोच को बदलकर पुरी दुनियाँ में इंसानियत कायम करने की सोच लाते | लेकिन सैकड़ो हजारो सालो बाद भी इनकी सोच वैसी ही है जैसे कि उनके पूर्वजो की थी | जिसे सिर्फ वे समय समय पर अपडेट करके गुलाम करने और लुटपाट करने की तरिके को बदलते रहते हैं | लेकिन सोच तो अब भी वही कायम है , गुलाम बनाने और लुटपाट करने की | जिनकी गुलाम और लुटपाट करने जैसी सोच से इंसान ही नही बल्कि पृथ्वी में मौजुद सभी प्राणियो को खतरा है | जिस खतरा में गरिबी भुखमरी जैसा खतरा सबसे प्रमुख खतरो में एक है | जो खतरा इंसान के अलावे भी अन्य बहुत से प्राणियो के जीवन में मंडरा रहा है | इंसानो में तो जैसा की बतलाया कि 2013 ई० की रिपोर्ट अनुसार ही हर रोज 24000 लोगो की मौत भुख से हो रही है | जिनमे 18000 तो सिर्फ बच्चो की हो रही है | 

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