70वीं अजादी के नाम मेरा पहला ब्लॉग

अजादी के 70 साल बाद भी बड़े बड़े भ्रष्टाचारी देश विदेश में अजाद घुम घुमकर कालाधन से भोग विलाश कर रहे हैं,जिन्हे अबतक जेल में डालनी चाहिए थी,और सारा कालाधन जब्ती करके देश का कर्ज खत्म करके गरिबी और बीपीएल दाग मिटाकर तेजी से असली विकाश करनी चाहिए थी,जिसके बगैर न तो देश का कर्ज दुर होगा और न ही गरिबी भुखमरी दुर होगी क्योंकि कालाधन का गलत इस्तेमाल करके ही देश का विकाश गाड़ी को बार बार पंचर करना जारी है, जो इस तरह कभी भी विकाश की रफ्तार पकड़ नही पायेगी और न ही कभी इस तरह फिर से सोने की चिड़ियाँ अपडेट हो पायेगी कांग्रेस भाजपा भेदभाव सोच की सरकार द्वारा!जिस तरह की कबिलई सोच की सरकार इस कृषि प्रधान देश के एक एक धन्ना कुबेरो को बिना हाथ फैलाये एक छोटा मोटा राज्य की बजट जितनी राशि छुट माफी और करोड़ो लोगो को बीपीएल कार्ड बांटती बंटवाती रहेगी ताकि एक तरफ तो मुठीभर अबादी धन्ना कुबेर कर्ज लेकर भी विदेशो में जाकर बड़ी माफी और छुट राशि से घी पिये और बाकियो को ये कबिलई सोच की सरकार ठीक से पानी भी नही पिलायेगी इस देश में दस से अधिक बड़ी नदियो का जाल होते हुए भी!साफ बात कांग्रेस और भाजपा युक्त एक जान दो जिस्म एक दुसरे की पुरक पार्टियो की केन्द्र राजनिती अब खत्म कर देनी चाहिए बहुसंख्यको द्वारा इन्हे एक भी वोट न करके!ताकि ये दोनो ही आपस में जो भितरी मिले हुए हैं वह खुलकर मिलते हुए ये मंथन कर सके की आखिर अजादी के 70 सालो में केन्द्र सरकार द्वार पुरे देश में शासन करने की राजनिती से मानो रिटायर होकर ऐसी कौन सी तीर गरिबी भुखमरी पर मारा है जिसे जानकर इतिहास में उन्हे चालीस करोड़ बीपीएल की आनेवाली नई पिड़ी बहुत बेहत्तर नंबरो से पास करने वाला नेतृत्व मानेंगे 70 सालो की गरिबी और भुखमरी से होनेवाली हर रोज मौत की आंकड़ो का इतिहास पढ़कर!जबकि अपने नेतृत्व में शासन करके कांग्रेस भाजपा को भी पता चल चुका है कि इस सोने की चिड़ियाँ कहलाने वाला देश में सबसे कम खर्च में भी मंगल तक पहुचने की सारी संसाधन मौजुद है!जिससे गरिबी भुखमरी दुर करने में 70 साल का इतना लंबा समय जितना की इस देश के नागरिको की औसतन उम्र है!लेकिन फिर भी आजतक गरिबी भुखमरी समाप्त करने की बेहत्तर नेतृत्व क्यों नही दे पाई भाजपा कांग्रेस युक्त सरकार!जो 70 साल राज करके आधुनिक भारत और डीजिटल इंडिया एक ही तरह की विकाश के नाम से 40 करोड़ बीपीएल के पास जाकर कभी उनकी रोजमरा जिवन में गरिबी भुखमरी मुक्त अजादी का जस्न मना पायेगी क्या? जितनी की 1947 में पुरे देश की अबादी थी! लाल किले पर झंडा फहराकर सिर्फ गरिबी भुखमरी से अजादी नही मिलती है,जिसे जड़ से महसुस करनी हो तो कभी किसी मंत्री की गरिबी भुखमरी कुपोषन से मौत हो गयी है ये शोक संदेश संसद में सुनकर दो मिनट के लिये मौन वर्त भी होती इस अजादी के 70 साल में,तो पता चलता कि गरिबी भुखमरी से किसी सोने की चिड़ियाँ समृद्धी गोद में जनता मालिक की मौत होना कौन सी शर्मनाक इतिहास दर्ज की जा रही है!बल्की मेरे लिये तो संपुर्ण अजादी गरिबी भुखमरी से अजादी है!जिससे अजादी कांग्रेस भाजपा कभी दिलवा ही नही सकती!सिवाय गरिबी भुखमरी को अपडेट करते रहने की!इसलिये अब अजादी से लेकर 70 साल में गरिबी भुखमरी से मरने वाले इस देश के अनगिनत नागरिको के लिये कम से कम दोनो ही एक जान दो जिस्म पार्टी में वोट की कंगाली इतनी कर देनी चाहिए कि वे केन्द्र की राजनिती से ही दम तोड़ दे वोट की गरिबी और भुखमरी का शिकार होकर,ताकि उन्हे भी पता चले गरिबी भुखमरी का स्वाद क्या होता है!भले वोट की गरिबी भुखमरी का स्वाद चखकर उन्हे पता चले,जिस वोट से भी ये दोनो पार्टी अभी सबसे अधिक धन्ना पार्टी भी मानी जाती है!जिसके धन्ना होने से चालीस करोड़ बीपीएल दाग नही मिटेगी, बल्कि इनकी वोट और केन्द्र की राजनिती से कंगाली होने से मुझे पुरा यकिन है कि पुरे देश से ही गरिबी दाग मिट जायेगी!जिस यकिन को कोई तबतक गलत नही ठहरा सकता,जबतक की भाजपा कांग्रेस की सरकार केन्द्र जड़ से समाप्त न हो जाय कम से कम 70 सालो के लिये!जो वापसी करे भी तो तब जब इस देश में तब भी गरिबी भुखमरी मौजुद हो और करोड़ो बीपीएल कार्ड बंट रहे हो, अन्यथा ये दुबारा कभी वापस ही न आये केन्द्र की राजनिति में,जिसके गिने चुने अच्छे नेता जिनकी उच्च दबदबा नही चलती है कांग्रेस भाजपा में वे या तो अपनी खुदकी पार्टी बना ले या फिर किसी तीसरे चौथे या किसी अन्य पार्टियो में शामिल हो जायें!बल्कि ये दोनो पार्टी तो प्रमुख विपक्ष पार्टी कहलाने के काबिल भी न रहे!ताकि केन्द्र में किसी तीसरी पार्टी का भारी बहुमत से सरकार बने और विपक्ष में भी कोई तीसरी चौथी पार्टी ही अदला बदली करके सरकार भी बनाये और प्रमुख विपक्ष का भी भुमिका कांग्रेस भाजपा छोड़ कोई और ही पार्टी निभाये!जिस तरह की नेतृत्व सरकार आने से पहले कांग्रेस भाजपा को भी ये कड़वा सत्य स्वीकार कर लेनी चाहिए कि उनमे इस देश से गरिबी भुखमरी दुर करने की नेतृत्व क्षमता नही है इसलिये अजादी से लेकर अबतक 70 सालो में भी हम आजतक बीपीएल भारत सुनते पढ़ते और देखते आ रहे हैं!बल्कि भाजपा यदि अपने कार्य क्षमता अनुसार साठ साल बनाम साठ महिना मानती है तो साठ साल साईनिंग इंडिया और अब साठ महिना डीजिटल इंडिया की दावे करके कुल 120 महिने हो जायेंगे 2019 में!जिसे यदि कांग्रेस नेतृत्व की सरकार साठ साल बनाम 120 महिने को बेहत्तर प्रजा और देश सेवा देने का साल माना जाय तो भाजपा की 120 साल की शासन में भी इस देश से गरिबी भुखमरी नही मिटी ये बात कांग्रेस से भी ज्यादे भाजपा के लिये सारी जिवन मंथन करते रहने वाली कड़वी सच्चाई है!काश की अगर उसी गरिब बीपीएल के पास इन दोनो ही पार्टियो के खिलाफ वोट करने की इतनी एकता आ जाय कि उनके ही करोड़ो वोट मात्र से भाजपा और कांग्रेस को एक झटके में केन्द्र की राजनिति से उखाड़ फैंके गरिब बीपीएल प्रजा ही!जिनकी गरिबी को दोनो ही पार्टी अबतक सिर्फ गरिबी और भुखमरी दुर करेंगे कहकर बार बार चुनकर तो आती जरुर रही है,पर अबतक गरिबी भुखमरी दुर नही कर सकी है!और चूँकि अजादी से लेकर अबतक की 70 सालो की इतिहास में इस देश में सिर्फ भाजपा कांग्रेस की सरकार रही है सिवाय एक अन्य पार्टी की सरकार छोड़कर,जो भी अब भाजपा में विलय हो चुकि है, इसलिये भितर भितर कांग्रेस भाजपा युक्त सरकार ही अब भी चल रही है!जिन दोनो ही पार्टियो को एक जान दो जिस्म पार्टी मानकर इस अजादी के 70 साल बाद मनाई जानेवाली 70वीं अजादी दिवस के दिन मैं अपनी पहली ब्लॉक पढ़ाते हुए अजनबी पाठको से खासकर जिनके माता पिता और दादा दादी नाना नानी वगैरा भी गरिब बीपीएल जिवन जिये हैं, उनकी नई पिड़ी से यही उम्मीद करुँगा की नई अजादी उमंग यदि सचमुच में अपने भविष्य के लिये सजोनी है न०1 बनने का अपडेट विकाश दौड़ लगाने के लिये तो ये आधुनिक भारत और डीजिटल इंडिया दोनो ही को एक ही सिक्के की दो पहलू मानते हुए अथवा फिर से एक और चालीस करोड़ बीपीएल भारत का इतिहास न दोहराते हुए इन दोनो ही आगे आगे दौड़ लगा रही धावको की पुच्छ पकड़के न०1 बनने की दावा करने वाली नेतृत्व पार्टी को केन्द्र की सत्ता से उखाड़ फैकने की संकल्प लें और तबतक अपनी आवाज बुलंद करते रहें जबतक की मौका देकर केन्द्र में किसी तिसरी पार्टी की सरकार भारी बहुमत से चुनकर न आ जाय!जिसकी सुरुवात अपनी पहली ब्लॉग के जरिये अजादी झांकी कल से भुखा पेट रहकर पेश कर रहा हुँ,जो हम दोनो भाईयो के लिये और इस देश के हमारे जैसे ही भुखे पेट भी सोकर संघर्ष कर रहे करोड़ो नागरिको के लिये भी हर साल अजादी दिवस के दिन भी भुखा रहकर दिन बिताना या भुखे पेट सो जाना फिलहाल तो बस 4G के नाम से फर्जी स्पीट की तरह नकली अमिरी झांकी है!बाकी आगे बहुत कुछ पेश करनी बाकी है,जिसे पढ़ने में भी सायद आपको जरुर दिलचस्पी हो,जो वाकई में हो तो इसके लिये बहुत बहुत धन्यवाद,बहुत जल्द आपलोगो की इच्छा पुरी करुँगा,बस आप सब मिलकर बदले में मेरी एक छोटी सी मदत ऑनलाईन उँगली करके करते रहियेगा ताकि मैं भी अपने बुरे दिनो में अपने आर्थिक जख्मो में मलहम लगाकर इस संघर्ष को आपलोगो की मदत से ज्ञान की बल से उसके सही अंजाम तक पहुँचा सकुँ!क्योंकि ये भाजपा कांग्रेस सरकार से कम से कम मुझे और मेरे एक विकलांग भाई को तो हमेशा पीड़ा और शोषन अत्याचार ही मिली है!जिन दोनो पार्टियो की सरकार चुनने को तो मैं और मेरा विकलांग भाई जिसे दो बार विकलांग सार्टिपिकेट बनवाने के लिये लंबे समय तक चक्कर काटने के बाद भी यही कांग्रेस और भाजपा आधुनिक भारत और डीजिटल इंडिया की सरकार आजतक नही दिला पाई है!आजतक हम दोनो न तो सरकारी राशन लिये हैं और न ही मेरा विकलांग भाई को कोई विकलांग पेंशन ही मिला है!जिसका कोई गम नही भले और कितना समय लगे इसकी नसीब होते होते,जो हो भी तो मैं तो सभी गरिब बीपीएल कार्ड धारको की नसीब में कम से कम एकबार तो किसी धन्ना कुबेर को बिना मांगे मिलने वाली छुट और माफी जितनी बड़ी राशि बिना भेदभाव के मिल जाय इस तरह की नामुमकिन वरदान भेदभाव सेवा करनेवाली सरकार के रहते जरुर मांगता नसीब लिखनेवाले से!इसलिये जाहिर है कि असली गम तो इन दोनो ही पार्टियो की सरकार के तले शोषन अत्याचार हकमारी मानो बार बार जख्मो में नमक छिड़क छिड़ककर सहते रहना है!जिन्हे चुनना अपने लिये और अपने विकलांग भाई के लिये तो किसी गरिबी भुखमरी भष्मासुर को वरदान देना ही मानता हुँ!इसलिये जब कभी भी इन दोनो पार्टी को चुनकर सरकार बनाने का वरदान मिलते अथवा पाँच साल के लिये इनकी दबदबा कायम होते सुनता देखता और पढ़ता हुँ,तो भितर ही भितर घुटते हुए फिर से पाँच सालो के लिये अपने जख्मो में नमक छिड़का महसुस करता रहता हुँ उपर से लेकर निचे तक की इनकी भेदभाव सेवा पाकर!जिसके कारन मुझ और मेरे विकलांग भाई जैसे ही अन्य कई पिड़ित शोषित जो इन दोनो ही पार्टियो को अपना घोर विरोधी मानते हैं,खासकर हम दोनो भाईयो को तो इनकी नेतृत्व की सरकार रहते मानो हर रोज भष्मासुर से पिच्छा छुड़ाने के लिये अपने जख्मो में मलहम लगाने के लिये घोर संघर्ष करना पड़ता है कि कोई तो मिल जाय जिसके साथ अपना दुःख बांट सकूँ!पर ऐसी कोई मलहम आजतक नही मिली जिसे की मोहिनी नाच मानकर ये निश्चित किया जा सके कि अब ये दोनो पार्टी ही उससे मोहित होकर खुशी के मारे नाच नाचकर खुदको ही केन्द्र सत्ता से समाप्त कर लेगी! फिलहाल इतना ही!70वीं अजादी दिवस के दिन जा रहा हुँ खाली पेट के लिये आज तो कम से कम कुछ जुगाड़ हो जाय!जिसकी सुरुवात फिलहाल कहीं से अजादी जस्न का आया मीठा से हो गयी है जो मेरा भुखा पेट देर रात सोकर देर तक बिस्तर में  लेटे लेटे यह सब लिखते हुए बिस्तर तक मेरी माँ द्वारा खुद पहुँच गयी है!जो भी इस समय अमिर भारत माँ की गोद में पल रहे मुझ जैसे करोड़ो गरिब बेटे बेटियो के लिये किसी माँ के द्वारा खिलाई गयी उस आधे पेट भोजन से कम नही जो वह खुद अपना पेट काटकर अपने बच्चो को इसलिये खिलाती है ताकि वे बड़े होकर उसकी माँ से छिनी गयी अमिरी और मान सम्मान को वापस करके उसकी संपुर्ण पहचान को वापस दिला सके!खैर अबतक मैं अपना मुँह तक नही धोया हुँ!चूँकी भुखे पेट निंद भी नही आती है जल्दी!और आती भी है तो उठने से पहले तक बहुतो को डर सा बना रहता है,खासकर माँ को जब बार बार उसके बच्चे को भुखे पेट में भी कुछ ज्यादे ही चैन की निंद आने लगे और वह देर तक आँख बंद करके सोया रहे!कुछ इसी तरह की हालात भी इस देश में अपने सर में इस देश की सत्ता ताज के बजाय सर में मैला ढोनेवाले शोषितो और करोड़ो गरिब बीपीएल के साथ भी देश की सरकार चुनाव करते समय हर बार मानो चैन की निंद से जागकर कांग्रेस भाजपा सरकार को फिर से चुनकर उसके ही नेतृत्व की अजादी जस्न मिठाई खाने की प्रक्रिया अपडेट होते ही रहती है भाजपा कांग्रेस को सत्ता ताज वापस पहनाकर भुखे पेट में भी चैन की निंद फिर से सोकर!हलांकि मैं और मेरा विकलांग भाई  के साथ साथ करोड़ो कांग्रेस भाजपा विरोधी कम से कम कांग्रेस भाजपा नेतृत्व की सरकार चुनने का अपडेट कभी नही दोहरायेंगे अपनी इच्छा अनुसार,भले हरबार अजादी जस्न की मिठाई इसी तरह भुखे पेट खायेंगे भारत माता की अजादी जस्न के नाम अपनी माँ के हाथो! 

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