भ्रष्टाचार और भस्मासुर

कालाधन का पाप अंबार अबतक बड़ते बड़ते इतना जमा हो गया है कि उनकी अगर जब्ती करके देश के सारे गरिब लोगो को बराबर बराबर हिस्से में बांट दिया जाय, तो जैसा कि इस देश के वर्तमान प्रधानमंत्री ने कभी मुख्यमंत्री रहते हुए चुनावी भाषन में कहा था,कि "इस देश की जनता मालिक के खातो से इतना सारा धन की चोरी हुई है,कि यदि उसकी जब्ती किया जाय तो सब गरिब के खाते में पंद्रह से बीस लाख यू ही मुफत में आ जायेंगे|"जो मुफ्त की क्यों उनके हक अधिकार का धन हैं|जिसे चोर लुटेरो ने चुराकर लुटकर गुप्त खातो में जमा करके छिपा रखा है|जो बात इस समय की विश्व आर्थिक विकाश की आंकड़ो में एक गरिब देश कहलाने वाले जड़ से समृद्ध देश के वर्तमान प्रधानमंत्री ने कहा है|जिसे जुमला कहकर मुख्यमंत्री से तरकी करके प्रधानमंत्री बनाया गया है|जाहिर है देश के लोकसभा चुनाव में किसी प्रधानमंत्री उम्मिदवार द्वारा इतनी बड़ी बात करके उसे बाद में जुमला करार देना,वह भी सबसे बड़ी अंतर से हार जीत का चुनाव जितकर,जो की जनता मालिक की वोट कृपा से अजादी के सत्तर सालो में दुसरी बार किसी पार्टी को इतनी भारी बहुमत से जिताकर मानो तीन सीट की जमिनी बाईक से सिधे 282 सीट वाली आसमानी विमान में बिठा देना वह भी महंगी पंद्रह बिस लाख के सुट बुट पहनने की नसीब प्रदान करके हवा हवाई सफर पुरी दुनियाँ की महंगी सैर कराकर हर महिने करोड़ो रुपये विदेशी यात्रा पर खर्च, ये किसी जादुई आर्कषन से कम नही है किसी ऐसे बुरे हालात में जब देश में चालीस करोड़ बीपीएल भारत पल पल एक एक एक रुपये किलो की सरकारी सब्सिडी वाली अन्न के लिए भी तरस रहा हो और हर रोज अनगिनत गरिब बीपीएल की भुखमरी कुपोषन से मौत भी हो रहा हो|दुसरी तरफ हर साल एक एक धन्ना कुबेर को मानो किसी एक छोटी मोटी राज्य की बजट जितनी हजारो करोड़ की बड़ी राशि हर साल छुट और माफी के रुप में दी जा रही हो|तो ऐसे भारी भेदभाव हालात में किसी जनता के प्रति किसी ऐसे प्रधानमंत्री उम्मीदवार को जिताना जो पहले जवानी से डॉलर के बराबर का बुढ़ापा उम्र तक उसी जनता के बिच भाजपा रथ पर सवार होकर एकबार भी लोकसभा चुनाव में इतनी वोट भाजपा के लिए न बटोरी हो,तो निश्चित ही 2014 का चुनाव सभी गरिबो के लिए उम्मिदो भरा था| जब अच्छे दिन लाने की बाते जोर सोर से हुई थी|क्योंकि ऐसे बुरे हालात में मुफत में सब गरिब के खाते में पंद्रह से बिस लाख आ जाय तो कौन गरिब नही चाहेगा की ऐसी सरकार आए जो सचमुच की गरिबी भुखमरी एक झटके में साठ साल बनाम साठ महिने में ही हटा दे इस देश से, जो कि कांग्रेस सरकार गरिबी हटाओ की नारा देकर भी साठ साल तक केन्द्र सत्ता के साथ चिपककर भी गरिबी भुखमरी मिटा नही सकी, उल्टे अजादी के समय जितनी जनसंख्या पुरे देश की थी, उतनी अभी चालीस करोड़ आधुनिक बीपीएल से डीजिटल इंडिया हो गयी है|वह भी उस देश में जहाँ की सोने की चिड़ियाँ सुख शांती और समृद्धी चोरी होकर ही तो चालीस करोड़ बीपीएल भारत दाग लगा दिया गया है उन चोर लुटेरो द्वारा जिनकी बुद्धी बड़ी बड़ी उच्च डिग्री लेकर भी भ्रष्ट हो गयी है|क्योंकि जितने भी बड़े बड़े भ्रष्टाचारी का पनामा नहर से भी बड़ी देश की बदनामी लिस्ट आया है,जो कि अभी साबित होना बाकि है,जिसमे से जो भी असली सबसे बड़े बड़े भ्रष्टाचारी साबित होंगे वे कम से कम अनपड़ और खुले में रेल पटरी और पेड़ के निचे झाड़ के पिच्छे शौच करने वालो में से तो नही होंगे इसकी पुरी संभावना है| जिसके चलते इस देश में गरिबो को धन और उन पढ़े लिखे भष्मासुरो को सत्य बुद्धी की जरुरत है,जो ज्ञान का वरदान पाकर बड़ी बड़ी तनख्वा पाकर और अन्य अच्छे तरिके से अच्छी खासी कमाई करके भी किसी गरिब बीपीएल से भी ज्यादे बड़ा कंगाली भितर से महसुस करके उनकी बुद्धी भ्रष्ट हो जाती है, और वे धन होते हुए भी भ्रष्टाचार करके गरिब बीपीएल का भी पैसे की चोरी कर रहे हैं, इतने बड़े कंगाल खुदको मांसिक रुप से घोषित कर लिए हैं|इतना बड़ा लंगटा लुचा सोच कि उनको बिना गरिब बीपीएल का हिस्से का धन खाये सायद पेट नही भरता है, तभी तो एक और प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार के बारे में कभी ये कहा था कि सरकारी फंड से जो कुछ भी हक अधिकार जाता है वह गरिबो तक पहुँचते पहुँचते एक रुपया से पंद्रह पैसा बच जाता है|यानी उपर से लेकर निचे तक बैठे सरकारी सेवको में ही सबसे बड़ा मांसिक रुप से कंगाल सेवक की खाल ओड़े वैसे चोर लुटेरे छुपे बैठे हैं, जो ज्ञान वरदान पाकर भ्रस्मासुर बनकर देश में गरिबी भुखमरी को आगे भी जारी रहने देकर हर रोज गरिबी और भुखमरी से हजारो लोगो को मरते और चिता में भष्म होते हुए देखना चाहते हैं|जिनकी बुद्धी भ्रष्ट हो चुकी है ज्ञान वरदान पाकर|इसलिए ऐसे लोगो को तो पकड़कर उन्हे सजा देने के साथ साथ उनकी ज्ञान डिग्री की मान्यता को भी किसी मनुस्मृती की तरह भष्म कर देनी चाहिए|जैसा की बाबा अंबेडकर ने अजाद भारत का संविधान रचना करने से पहले छुवा छुत उच्च निच का भेदभाव खत्म करने के लिए मनुस्मृती सुझ बुझ को भष्म किये थे|जिसकी तुलना वे रोमराज से किये थे|उसी तरह ही छुवा छुत तो अबतक भले हजारो सालो के बाद भी नही मिटी है,पर भ्रष्टाचार को मिटाने के लिये ये कड़ी कदम उठाना भी इन बुरे हालातो में मेरे विचार से बहुत ही जरुरी हो गया है|ताकि सेवा ज्ञान की विश्वनियता भी कायम रहे और अच्छे लोग भी बदनामी से बचे रहे|जिनको भी भ्रष्ट संक्रमण का खतरा दिन रात बना रहता है|न कि लुका छिपी का खेल खेलकर और शिक्षा को व्यापार बनाकर फर्जी सेवा की भ्रष्ट संक्रमण धारा बहती रहे|जिस तरह की फर्जी सोच वाले जबतक भ्रष्टाचार की सजा पुरी तरह जेल में काटकर जनता मालिक और न्यायालय को ये विश्वास नही दिला देते की अब कोई सरकारी पद और ज्ञान डिग्री वरदान का गलत इस्तेमाल करके कभी भी भ्रष्टाचार नही करेंगे, तब ही उन्हे फिर से ज्ञान डिग्री लिखित एग्रीमेंट के साथ एकबार के लिए चेतावनी के तौर पर मौका देनी चाहिए फिर से ज्ञान वरदान पाकर किसी सरकारी पदो पर बहाल होने की|जिसके बाद भी यदि दुबारा से वे कुत्ते की दुम की तरह टेड़े ही रहे,और फिर से रंगे हाथ भ्रष्टाचार करते हुए पकड़े गए,अथवा उसी अपराध को दुबारा से करने वाला पेशेवर अपराधी साबित भी हो गए, तो उसके बाद तो उनको कभी भी सरकारी सेवक बनने के लिए ज्ञान डिग्री नही मिल सकती इस बात के लिए नियम कानून बनाकर उनकी तमाम तरह की ज्ञान डिग्री में दाग लगाकर ये मान्यता दे देनी चाहिए की ये शिक्षित व्यक्ती प्रजा सेवा के काबिल नही है मांसिक तौर पर,जैसे कि कोई उच्च डिग्री वाला व्यक्ती को भी पागल कहलाने का मान्यता मिल जाती है जब उसका पागलखाना में इलाज चल रहा होता है प्रयोगिक रुप से पागल घोषित होकर|क्योंकि जनता मालिक की सेवा करने वाली पदो पर बैठकर ऐसे पढ़े लिखे भ्रष्टाचारी दुसरो के साथ साथ खुदको भी भष्म करने वाले भष्मासुर साबित हो चुके हैं|जिनकी भ्रष्ट बुद्धी को भष्म करके सत्य बुद्धी देने के लिए खुद सत्य शिव भी नही आने वाले हैं ऐसे पढ़े लिखे अपडेट भष्मासुरो के वास्ते, क्योंकि जैसा कि हमे पता है कि भष्मासुर से सत्य शिव भी पिछा छुड़ाकर अपने प्रजा गणो की नजरो से भी ओझल होकर किसी गुप्त गुफा में तप योग में लिन हो जाते हैं उस समय तक जबतक की कोई मोहिनी बनकर मोहित करने के बाद खुशी के मारे नचा नचाकर भष्मासुर को खुद उसके द्वारा ही खुदको ही उस वरदान शक्ती से भष्म न करा दे,जिसे प्राप्त करके भष्मासुर प्रजा गणो के साथ साथ सत्य शिव के पिच्छे भी पड़ा रहता है|जैसे की ऐ पढ़े लिखे भ्रष्टाचारी  दुसरो के साथ अपनी भी बुद्धी को भ्रष्ट करते रहते हैं भ्रष्टाचार करके|क्योंकि हम सबको पता है कि घुस लेना देना दोनो ही अपराध है| जिसकी सुरुवात किसी भ्रष्ट बुद्धी वाले भष्मासुर से ही होता है|और यदि अपडेट भ्रष्ट लेन देन दोनो तरफ से हो रहा है,तब तो समझो अब और अधिक भष्मासुर की क्लोंनिंग बनकर भ्रष्टाचार वैसे रक्त दानव रुप ले चुका है जिसकी भ्रष्ट बुंदे जहाँ जहाँ भी पड़ेगी वहाँ वहाँ बड़े बड़े भ्रष्टाचार की क्लोंनिंग होकर छोटे छोटे भ्रष्टाचारी की छोटी छोटी दारु की भठी लग जायेगी,जहाँ से बड़े बड़े भ्रष्टाचार के वैसे शराब उद्योग लगेंगे जो न जाने कितने और भी माल्या पैदा करेंगे|जो देशी कर्ज लेकर हजारो करोड़ की राशि माफी लेकर विदेशी घी पियेंगे विदेशो में सरन लेकर|जिससे पहले की बहुत देर हो जाय और मानवता लुप्त डायनासोर बन जाय जिसकी भ्रष्ट कंकाल खोदकर आनेवाली नई पिड़ि ये पता करे कि कभी मानवता नाम की उच्चारण भी होती थी सेवा पदो में बैठे लोगो की सेवा देखकर वह अब सेवक के जगह पढ़े लिखे भष्मासुर और रक्त दानव भ्रष्टाचारी बैठकर प्रजा के दिलो में शासन करने के बजाय उनकी शोषन करते हैं|जैसे की कभी गोरे करते थे जिनसे अजादी मिली तो उनकी ही तरह का शोषन करने की क्लोनिंग बनाकर कुछ पढ़े लिखे भष्मासुर और रक्त दानव पैदा हो गए हैं,जिनकी तादार बड़ते ही जा रही है|जिसका प्रमाण कालाधन का अंबार है जो बड़ते ही जा रही है|जिसका ड्रग्स करते हैं ये भ्रष्टाचारी,जिसे पैदा करने के लिए ये दिन रात भ्रष्टाचार करते रहते हैं|जो ड्रक्स यदि इनकी जब्ती कर ली जाय तो सायद हो सकता है इनकी भ्रष्ट बुद्धी में सत्य बुद्धी की लौ जल उठे और उनकी भ्रष्ट बुद्धी भष्म हो जाय|क्योंकि उनका जो जमा किया हुआ कालाधन है वह दरसल सफेद धन है,जो किसी के हाथो से चोरी होते ही काला हो जाता है,जिसके बाद चोरी करने वाले को भ्रष्टाचारी श्राप होने का श्राप लग जाता है|जो भ्रष्टाचारी द्वारा सजा काटने के बाद श्राप मुक्त हो जाता है|और कालाधन के सरकारी खजाना में वापस आते ही सफेद हो जाता है|जिसकी जब्ती होने और सरकारी खजाना में आकर सफेद होने के बाद प्रजा तक पहुँचने के बाद ही इस देश में सुख शांती और समृद्धी आयेगी और गरिबी भुखमरी भी जड़ से मिटेगी|जो सब होने के लिये किसी सक्षम नेतृत्व का होना जरुरी है|जो ये सब कर सके अपनी नेतृत्व क्षमता के जरिये|जो क्षमता जिसमे नही है,तो फिर मेरे ख्याल से उन्हे इस देश का नेतृत्व करने की जिम्मेवारी कभी नही लेनी चाहिए,और अगर लिया है तो फेल होने से पहले ही इस्तीफा देकर सक्षम नेतृत्व को मौका देना चाहिए| ताकि समय की बर्बादी न हो और जल्दी से गरिबी भुखमरी मिटने और कालाधन की जब्ती होने में भी कोई दिक्कत न हो|क्योंकि हर रोज इस देश में इस समय गरिबी भुखमरी से इतने लोगो की मौत हो रही है|जितनी की सांसद और मंत्री और उच्च अधिकारी भी नही हैं इस देश में|सांसद और मंत्रियो समेत उच्च अधिकारी की तो मानो प्रजा की कृपा ही है जो आजतक अजादी से लेकर अबतक एक की भी मौत गरिबी भुखमरी से नही हुई है|नही तो फिर बिन चुनावी मौसम के भी किसी पतझड़ की तरह शपथ के साथ सरकारे बनती और गिरती नजर आती|अगर सांसद मंत्री उच्च अधिकारियो की भी मौत उतनी ही तदार में गरिबी भुखमरी से होती जितनी की गरिब बीपीएल की हर रोज ही हो रही है|जो कब रुकेगी इसकी चिंता हर चुनाव में तो होती है पर गरिबी भुखमरी वही के वही रह जाती है पाँच सालो के बाद भी|जैसे की ये भाजपा सरकार भी साठ साल बनाम साठ महिने में अच्छे दिन लाने की बाते करके इसके तीन साल जीत की जस्न मनाते मनाते ही गुजर चुके हैं|वैसे तो साठ महिना साईनिंग इंडिया भाजपा सरकार पहले भी फेल हो चुकी है,इसलिए इसबार भी गरिबी भुखमरी वही के वही रह जायेगी इसमे किसी को आश्चर्य नही होनी चाहिए|क्योंकि ये डीजिटल इंडिया की सरकार कोई काल्पनिक मिस्टर इंडिया की चमत्कारी सरकार तो नही है कि साठ महिने साईनिंग इंडिया और जवानी से लेकर बुढ़ापा तक एक दर्जन से अधिक वर्षो तक गुजरात मॉडल मुख्यमंत्री बनकर भाजपा रथ पर सवार होकर जनता के बिच रहकर भी अच्छे दिन लाने वाला चमत्कारी मिस्टर इंडिया गायब रहे और अचानक से 2014 में सबको विकाश की चस्मे से दिख गये|जैसे की मिस्टर इंडिया भी किसी खास चस्मे से दिखता था काल्पनिक फिल्म में|पर ये डीजिटल इंडिया तो न तब असल चुनाव और राज्य सरकार से गायब ही था और न ही अभी मीडिया की नजर से गायब है|जिसकी पुरी रिकार्डिंग और लिखित इतिहास दर्ज हो रही है कि गरिबी भुखमरी दुर करने के मामले में न तो ये पहले भी साईनिंग इंडिया थी और न ही आज डीजिटल इंडिया बन पाई है गरिबी भुखमरी समाप्त करने के वादो और इरादो से|हाँ गरिब हर रोज जरुर समाप्त हो रहा है,जिसकी कोई फिलहाल डीजिटल आंकड़े भी पुरी तरह से दर्ज नही हो पा रही है|और न ही गरिबी की रेखा बिना कोई विवाद के निश्चित तय हो पा रही है|हाँ हर साल धन्ना कुबेरो को कई कई लाख करोड़ रुपये की छुट और माफी मिलना जरुर तय है|ताकि कोई धन्ना कुबेर की यदि दिवाला भी निकल जाय तो वह देशी कर्ज लेकर हजारो करोड़ की सरकारी माफी और छुट के सहारे विदेशी घी पी सके विदेशो में जाकर|जबकि दस से भी अधिक बड़ी बड़ी नदियो का देश में गरिब को ठीक से पानी भी नसीब न हो सके ऐसी विकसित इंतजाम है इस सरकार की गरिब सेवा पाकर|हाँ अगर बाढ़ में पानी के जगह तेल होती तो बाढ़ में भी सारे तेलो का सफाया हो जाता और सुखा घोषित हो जाती,अथवा तब भी तेल महंगे ही मिलते इसकी पुरी संभावना जरुर होती है, इस कृषि के बजाय कुछ और ही सोच की सरकार की मुठीभर लोगो की विकाश झांकी देखकर|फिलहाल यदि आपलोगो को मेरी सोच की पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे जरुर लाईक किजियेगा और अपने करिबियो को भी इसे बांटना मत भुलियेगा,क्योंकि ज्ञान बांटने से बड़ती है और छुपाने से घटती है|और यदि जिनको पसंद न आयी हो तो भी वे इसे डिसलाईक करके दुबारा से मेरा कोई भी आने वाली नई पोस्ट मत पढ़े,क्योंकि आगे भी मैं अब इसी तरह का ही कुछ लिखने वाला हुँ|क्योंकि मुझे पता चल चुका है कि अब इस सरकार के बाकि बचे खुचे समय में भी किसी भी गरिब के अच्छे दिन नही आने वाले हैं|कम से कम गरिबो और किसानो के प्रति सरकार की फर्जी विकाश की सोच से तो नही आनेवाले हैं|बल्कि आगे भी इसी तरह ही हर रोज मर जवान मर किसान के बुरे हालात को बदलने की बाते करके सबके अच्छे दिन लाने की बाते करने वाली है ये भाजपा सरकार |जो आगे भी 2019 तक इसी तरह ही सिर्फ अच्छे दिन आने वाले हैं,कहते कहते अब चुनाव आने वाले हैं,इसबार भी भाजपा को ही वोट दिजियेगा कहकर पिछले साठ महिने की डीजिटल 4G नही फर्जी तस्वीर ही पेश की जायेगी, गरिबी भुखमरी को बड़ी बड़ी चुनावी बैनरो से छिपाकर| फिलहाल इतना ही इन सब के बारे में,आगे जल्द ही किसी इसी तरह के मुद्दे पर नई पोस्ट लेकर आउँगा,खासकर उन पाठको के लिये जिन्हे मेरी ये पोस्ट अच्छी या कुछ अलग तरह की जानकारी देनेवाली लगी,जिन्हे फिर से मैं गुजारिस करुँगा कि वे लाईक करना और इस जानकारी को बांटना न भुले,क्योंकि इसके जरिये ही मैं आगे की पोस्ट लिखने के लिए आपलोगो से प्रेरित हो पाउँगा,अन्यथा इसी तरह मेरा इस पते को विरान छोड़कर किसी और जगह लगा रहुँगा या लग जाउँगा,जिसके बारे में फिलहाल आपको सायद जानकारी न हो|जिसके बारे में भी जल्द ही पोस्ट लिखुंगा|फिलहाल अंत तक आपलोग मेरा पोस्ट पढ़े इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद!आपका दिन और रात दोनो ही शुभ हो||

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