मैं 52% ओबीसी हूँ के बजाय 85% मूलनिवासी हूँ कहकर अपनी अवाज सुनानी चाहिए थी
मैं 52% ओबीसी हूँ के बजाय 85% मूलनिवासी हूँ कहकर अपनी अवाज सुनानी चाहिए थी
न कि ST,SC,OBC जिन सबका DNA एक है , जिससे मनुवादियो का DNA नही मिलता है ,
वे सभी अपनी अपनी जनसंख्या बताकर अपनी अलग अलग मांग करते हुए मनुवादियो को फुट डालो और राज करो की नीति अपनाने का मौका इसी तरह देते रहें ! बल्कि दिया जा रहा है ! नही तो 15% कथित उच्च जाति के लोगो की पार्टी को 30-40% का वोट कैसे मिलती है ? जाहिर है आधी वोट बंटे हुए SC,ST,OBC और इन्ही में से जिन्होने अपना धर्म परिवर्तन करके बहुसंख्यक से अल्पसंख्यक कहे जाते हैं , उनके वोट द्वारा ही कथित उच्च जाति की अबादी 15% होते हुए भी उनकी पार्टी को 30-40% वोट मिल रही है ! जो जबतक पड़ती रहेगी तबतक इस तरह के अन्याय अत्याचार होते रहेंगे ! जिससे मुक्त होना है तो SC,ST,OBC और इन्ही में जिन्होने अपना धर्म परिवर्तन करके बहुसंख्यक से अल्पसंख्यक कहे जाते हैं , वे सभी एकजुट होकर मन में ये संकल्प ले लें कि जो पार्टी कथित उच्च जाति के दबदबा से चल रही है , उसे अपना वोट न करें और न ही उस पार्टी से चुनाव लड़ें ! फिर देखें सरकार किसकी बनती है ,15% कथित उच्च जातियो का या फिर 85% उन मुलनिवासियों का जिनका DNA एक है ! जिसे यदि गंभिरता से नही लिया गया तो निश्चित तौर पर अपने ही पाँव में कुल्हाड़ी मारकर आगे भी मनुवादि शासन बरकरार रहेगी ही !
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें