किसने उसे बलात्कार की सुपारी दिया था ?
किसने बलात्कार की सुपारी दिया था ?
शोसल मीडिया में हैदराबाद बलात्कार और इनकाउंटर की घटना से समाचार भरे पड़े हैं | जिन समाचारो में कहीं पर देख सुन रहा था कि एक व्यक्ती यह कह रहा था कि जिस तरह चारो आरोपी को बिना केश चले ही बिना जज के फैशला के सुबह ले जाकर ठोक दिया गया , उसी तरह जिन जिन नेताओ पर बलात्कार का आरोप है , उन्हे भी न्यायालय से सजा मिलने के बाद सुबह ले जाकर ठोक दिया जाय | जिसपर मैं कहना चाहूँगा कि ठोकने में भेदभाव क्यों जिस तरह चारो आरोपी को न्यायालय में गुनाह सिद्ध किये बगैर ही ठोक दिया गया , उसी तरह आरोपी नेताओ पर भी केश चले बगैर उन्हे भी बिना सिद्ध किये ठोक दिया जाय ! क्यों चारो गरिब पिड़ित कमजोर आरोपी और पावरफुल नेताओ में उच्च निच का भेदभाव करते हुए सजा देते समय अन्याय किया जा रहा है ? न्याय तो सबके लिये बराबर है ! यदि प्रधानमंत्री राष्ट्रपति धन्ना कुबेर इंजिनियर डॉक्टर धर्मगुरु वगैरा पर भी बलात्कार का आरोप कभी लगे या लगे हैं तो उन्हे भी इसी तरह सुबह ले जाकर ठोक दिया जाय , फिर न्यायालय की क्या जरुरत है ? इससे तो अच्छा हजारो साल पुरानी ग्राम पंचायत बिना भेदभाव के सजा सुनाती है | जो भी इस तरह से भेदभाव फैशला नही सुनाती की निच जाति का है इसलिए बिना बहस चले ठोक दो और उच्च जाती का है तो ठीक से न्याय करो ! मैं कोई खाप पंचायत की बात नही कर रहा हूँ | इतना तो तय है जिसने भी भेदभाव करके ठोकवाया या ठोका है , वह दरसल डरपोक बुजदिल इंसान है , इसलिये उसे झुठ बोलना पड़ रहा है कि बंधा हुआ ऐसा अपराधी जो पेशेवर भी नही है , वह इतनी सुरक्षा व्यवस्था और इतने ट्रेनिंग लिये पुलिस से किसी बच्चे की हाथ से खिलौना छिनने के जैसा हथियार छिनकर उससे भिड़ सकता है | नही तो फिर क्यों निडर होकर सिधे यह नही कहा जा रहा है कि चारो को सुबह ले जाकर ठोक दिये ! वैसे भी चारो ने किसी के कहने पर , धमकाने पर या पैसे लेकर भी यदि रेप किया है तो निश्चित तौर पर ऐसे लोगो को तो मरना ही चाहिए था , बल्कि उनके साथ मदहोश घोड़ा हाथी से रेप कराकर मौत की सजा देना चाहिए | और यदि रेप करके जिन्दा जलाया है तो उसे भी जिन्दा जलाकर मारना चाहिए | पर रेप करने वाला निच जाति का था इसलिए जल्दी ठोको और अगर उच्च जाति का है तो केश चलाकर उसे फिर से रेप करने का परमोशन दे दो यह निच और पापी सोच है ! जिस तरह की सोच रखनेवालो को मैं दुनियाँ का सबसे बड़ा अपराधी सोच रखनेवाला मानता हुँ | जिस निच और गंदी सोच से ही किसी देश को गुलाम बनाया जाता है | क्योंकि गुलाम करने वाले ही भेदभाव करते हैं | और चारो को सजा देते हुए सौ प्रतिशत भेदभाव हुआ है ! यही चारो यदि कोई उच्च जाति ब्रह्मण क्षत्रिय वैश्य परिवार या फिर मंत्री प्रधानमंत्री राष्ट्रपति धन्ना कुबेर के बच्चे होते तो चारो को इस तरह सुबह ले जाकर न तो ठोका जाता और न ही बिना केश चले ठुकवाने की इतनी अवाजे उठाई जाती मनुवादि मीडिया द्वारा | पर चूँकि ये गरिब शोषित पिड़ित परिवार के बच्चे हैं , इसलिये सजा देते समय चारो के साथ भेदभाव न्याय किया गया | क्या पता चारो से बलात्कार डरा धमकाकर पहले करवाया गया , फिर जलवाया गया हो | और असली मास्टरमाईंड चारो के मारे जाने के बाद फुल बरसाने वालो की तरह फुल बरसाकर खुशी मना रहा हो कि उसका मकसद पुरा हो गया और अब उसे कोई सजा नही दे सकता | जैसे कि आतंकवादी कसाब को किसने भेजा था उसे आजतक कोई पकड़कर सजा नही दे पाया है ? कसाब जिस तरह सुपारी आतंकवादी था , जिससे उसके आका आतंक फैलाते समय देश से बाहर कहीं बैठकर आतंक फैलाने का आदेश दे रहा था , उसी तरह हो सकता है चारो बलात्कारियो के आका भी बलात्कार करने का सुपारी देकर कुकर्म होने से पहले बाते किया हो , जो अब अपने नये बलात्कारियो के साथ कहीं पर फिर से बलात्कार का साजिश रच रहा हो | इतना तो तय है बलात्कार और इनकाउंटर भी करवाया गया है | और यदि बलात्कार करने वाला उच्च जाति का होगा तो निश्चित तौर पर जिस तरह पहले भी इतिहास में ये बहुत बार घटित होते हुए देखा गया है कि मनुवादि अपनी सत्ता बचाने के लिये अपनी बहु बेटियो की इज्जत को भी दांव में लगवा देते आए हैं | जो अपने दुश्मनो से युद्ध हारकर सत्ता गवाने के बाद वापस पाने के लिये अपने दुश्मन को ही अपनी बेटी सौंपकर रिस्ता जोड़कर अपनी सत्ता बचा लेते हैं | बल्कि मनुवादि तो सरस्वती का बल्कारी ब्रह्मा तुलसी का विष्णु और अहिल्या का बलात्कारी इंद्रदेव की पुजा भी करते और करवाते आ रहे हैं | क्योंकि तीनो उच्च जाति के पुर्वज है | जो पुजा दरसल अपनी भेदभावपुर्ण धर्मसत्ता कायम रखने के लिये कराया जाता है | उसी तरह क्या पता गंदी भ्रष्ठ और स्वार्थपुर्ण राजनिती सत्ता के लिये हैदराबाद घटना भी करवाया गया है | जिसकी सच्चाई तो चारो बलात्कारी ही बता सकते थे कि किसने उसे बलात्कार की सुपारी दिया था ? जो अब चारो मर चुके हैं | हाँ अगर मरने से पहले चारो में किसी ने सच्चाई बताकर सत्य को किसी को बांटा होगा और वह जानकारी फैला होगा तो भविष्य में सच्चाई सामने जरुर आयेगी की बलात्कार करके जलाने का सुपारी किसने और कितना दिया था ? जिसने भी दिया होगा वह पीड़िता जो भी अब नही रही , उसके बारे में उसकी रोजमरा जिवन के बारे में बहुत कुछ जानता होगा | बल्कि दिन रात पिच्छा भी करता और करवाता होगा | जिसने ही पहले तो स्कूटी पंक्चर करवाया फिर बलात्कार करवाया ! और राज न खुल जाय इसलिये उसे मरवाकर जलवा भी दिया !
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