केजरीवाल ने दरसल भाजपा को I Love you कहा था ज़
केजरीवाल ने दरसल भाजपा को I Love you कहा था
दिल्ली विधान सभा चुनाव २०२० के परिणामों के बाद, केजरीवाल ने कहा था कि मैं आपसे प्यार करता हूं, उन्होंने दिल्ली में हुए हिंसक दंगों में मृत लोगों के लिए नहीं, बल्कि भाजपा के लिए कहा था। After the results of the Delhi Legislative Assembly elections 2020, Kejriwal had said what I love you, he did not ask for the dead people in the violent riots in Delhi, but for the BJP.
भाजपा का एक खाश हुनर है कि जो भी व्यक्ती चर्चित होता है , भाजपा उसके पिच्छे पड़ जाती है | जैसे कि फिल्म डर में अभिनेता शाहरुख खान द्वारा अभिनय निभाया बिलेन फिल्म में अभिनेत्री चूही चावला द्वारा निभाया गया भूमिका हिरोईन के पिच्छे तुतलाते हुए पड़ जाता है | और जो भी भाजपा की जुमलाबाजी गाना पर प्रभावित होकर उसकी तरफ खिचा चला जाता है , उसे मानो या तो वह खरिद या बहला फुसला लेता है , या फिर डरा धमकाकर मानो जबरजस्ती का प्यार कर लेता है | केजरीवाल का भी प्यार मानो दिल्ली में दोनो का शासन चलते चलते भाजपा से अब हो गया है | जिसके चलते केजरीवाल ने भी दिल्ली विधान सभा चुनाव का रिजल्ट आने के बाद " I love you " जो कहा था वह दिल्ली में हुए हिंसक दंगे में मरे हुए प्रजा के लिए नही कहा था बल्कि भाजपा के लिए कहा था | जैसे कि इससे पहले भी कई चर्चित चेहरे भाजपा को बिलेन बताते बताते उसके झुठे प्यार का शिकार हो चूके हैं | हलांकि उसके कुछ समय बाद बहुत से लोग वापस भाजपा के खिलाफ हो जाते हैं | पर यह वापस मानो किसी से प्यार करके अपनी सबकुछ दांव में लगाने के बाद की वापसी होती है | और प्यार में धोखा खाने के बाद का वापसी कैसा तकलीफदेह होता है सबको पता है | केजरीवाल भी अब यदि भविष्य में कभी वापस अपने पुराने रुप में आयेगा तो अब चूँकि वह सबकुछ दांव में लगा चुका है भाजपा को I love you कहकर उसपर सबकुछ लुटाकर , इसलिए अब केजरीवाल वह पहचान वापस कभी नही ला पायेगा जो उसे पिच्छली चुनावो और पिछली संघर्ष जिवन में मिला था | जिसकी तरह दांव में कोई भी चर्चित लोग भाजपा के झुठे प्यार में पड़कर न लगाये चाहे वे जिस क्षेत्र में भी मौजुद हों | क्योंकि भाजपा की नजर किकिकि.. तोतलाते हुए सभी क्षेत्रो के चर्चित लोगो में ज्यादे होती है | ताकि उनका विशेष सहयोग लेके उनकी चर्चित पहचान का विशेष लाभ भी लिया जा सके और बहुत ज्यादे नुकसान जिससे हो सकता है उन्हे अपने करिबी बनाकर खास नुकसान से भी बचा जा सके | वैसे फिल्म डर का हिरोईन ने बिलेन से प्यार नही की थी | बल्कि हिरोईन के हिरो ने फिल्म के अंतिम समय में बिलेन को खुब धो धोकर समाप्त किया था | जिस तरह का समाप्त भाजपा को करने वाला हिरो भविष्य में इस देश का वैसा हिरो बनेगा जो देश का सही विकाश करेगा न की असंतुलित नकली विकाश | इसका मतलब कतई ये न समझा जाय कि भाजपा पार्टी को समाप्त करने वाला हिरो वह कांग्रेस पार्टी बनेगी जिसने गरिबी हटाओ का नारा देकर साठ सालो तक राज करके भी अबतक भी गरिबी रेखा से भी निचे का जिवन जिनेवाली लगभग उतनी ही BPL अबादी मौजुद है जितनी की अजादी के बाद कांग्रेस द्वारा देश की सत्ता सम्हालते समय पुरे देश की अबादी करीब चालीस करोड़ मौजुद थी | जितना अबादी कांग्रेस पार्टी के द्वारा साठ साल तक देश का नेतृत्व करके भी गरिबी हटाना तो दुर गरिबी रेखा से निचे का जिवन जी रहे लोगो की जिवन को भी गरिबी रेखा से निचे से उपर सबको लाने में कामयाब नही हो सकी | जो अब क्या आधुनिक भारत गरिबी हटाओ को सही साबित कर पायेगी | और वैसे भी ये नारा लगवाने वाले अब वर्तमान के बुरे हालात को देखने के लिए मौजुद नही हैं | बल्कि नारा लगाने वालो में भी बहुत से गरिब अपनी गरिबी हटने का इंतजार करते करते अबतक नही बचे होंगे , सिवाय उनके उन बच्चो के जो अब भाजपा और कांग्रेस दोनो का ही आधुनिक भारत और डीजिटल इंडिया नकली प्यार वाला शासन के बारे में जान चुके हैं | जिनमे से भी अनगिनत बच्चो की मौत अभी भी हर रोज इन दोनो पार्टी के द्वारा सबसे अधिक समय तक देश और सबसे अधिक राज्यो में भी सरकार बनाने के बाद नकली प्यार की वजह से गरिबी भुखमरी से होना जारी है | जिन दोनो का देश और प्रजा के प्रति प्रेम नकली है |इसलिए मेरा तो मानना है ये भाजपा कांग्रेस की सत्ता देश और देश के तमाम राज्यो से जिसदिन भी जायेगी उसदिन सायद भाजपा कांग्रेस को भी समझ में आ जायेगा की असली आधुनिक भारत और डीजिटल इंडिया कैसा होना चाहिए था ? जिन दोनो ही पार्टी को अभी आधुनिक डीजिटल विकाश मुठीभर लोगो की विकाश और उनसे चंदा लेकर अपनी भी खास विकाश करते रहने का आधुनिक डीजिटल विकाश प्यार को ही सबसे बेहत्तर सोच मानते होंगे | जिन दोनो पार्टी के किस्मत में इस देश की गरिबी भुखमरी हटाने का नही लिखा है | और वैसे भी चूँकि ये दोनो पार्टी मनुवादी पार्टी है , इसलिए ये गरिबी तो हटा ही नही सकती | वह भी उस देश में जिसे सोने की चिड़ियाँ कहा जाता है | पता नही यदि मनुवादी किसी ऐसे देश का नेतृत्व कर रहे होते तो विकाश कैसा करते जो देश प्राकृति धन संपदा से गरिब है | फिर तो उन्हे भी अमिर बनने के लिए गोरो की तरह कई देशो को गुलाम बनाना पड़ता | वैसे अभी भी मनुवादी अमिर बनने के लिए इस प्राकृति धन संपदा से अमिर देश को गुलाम ही तो बनाये हुए हैं | जिसे अजाद करके दुनियाँ के सबसे दस अमिरो में आकर बतला दे तो उसदिन इस देश का वह गुलाम मुलनिवासी भी मनुवादीयों को सचमुच में इमानदारी से सबसे अधिक अमिर बनने का हुनर वाले लोग मानने लगेंगे | जो पहले भी मुमकिन नही था और भविष्य में भी मुमकिन नही होगा | जो अभी भी इस देश को गुलाम बनाकर ही तो दुसरे का हक अधिकारो को लुटकर अमिर बनने वाले माने जाते हैं उन शोषित पिड़ित गुलामो के लिए जो इस देश में खास अधिकार संविधान में भी लेकर गरिबी भुखमरी BPL जिवन जिने को मजबुर हैं उन मनुवादी सत्ता के ही नेतृत्व में जिनकी दबदबा लोकतंत्र के चारो प्रमुख स्तंभो में भी कायम हैं | मनुवादीयों की सत्ता कायम में यह देश गरिब नही तो क्या अमिर होगा | जिनके नेतृत्व की गरिबी को जानना हो तो गरिबो की गरिबी को करिब से न देख पाने वाले भी इस देश के सबसे अमिर कहलाने वालो कि जिवन को देखकर अच्छी तरह से जान सकते हैं की इस देश का विकाश मनुवादीयों के नेतृत्व में किस तरह से हो रहा है ?
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