The corona virus is removed from sexual intercourse by a devil rider



 The corona virus is removed from sexual intercourse by a devil rider
khoj123

शैतान सवार इंसान द्वारा संभोग से कोरोना वायरस निकाला जाता है
(shaitaan savaar insaan dvaara sambhog se korona vaayaras nikaala jaata hai)

शैतान सवार इंसान को किसी निर्दोश की हत्या जैसे अपराध करने या कराने में किसी ड्रक्स करने या फिर सेक्स करने जैसा आनंद आता होगा | वह भी वैसा सेक्स के पुजारी जिन्हे सेक्स की पूर्ति करने के लिए किसी का बलात्कार करनी भी पड़े तो ऐसे मौत के पुजारियो के लिए आम बात है | जिसके चलते मानो वे जबतक जिवीत रहेंगे तबतक निर्दोश लोगो को मौत का घाट उतारकर जबरजस्ती भी दिनभर सेक्स या ड्रक्स करते हुए मौत का हवशी जिवन जीना चाहते हैं | वह भी वैसा सेक्स जिससे की शैतान कोरोना वायरस निकालकर अपनी हवश मिटाता है | शैतान सवार इंसान सेक्स करके कोरोना वायरस निकालकर अपनी हवश शांत करते रहते हैं | मैने तो आजतक किसी से सेक्स नही किया है , बल्कि किशोर अवस्था तक तो मैं यह समझता रहा कि बच्चा का जन्म पिच्छे से होता है | वह भी इसलिए समझता रहा , क्योंकि बचपन में किसी पालतु जानवर के पिच्छे से बच्चा होते हुए देखकर खुशी से उछल कुद करते हुए मन में यही बात किशोर अवस्था तक बिठाता गया कि इंसान का भी जन्म इसी तरह होता होगा | वैसे क्या पता कोरोना वायरस निकालने वाले का जन्म पिच्छे से ही हुआ हो ! जिसकी वजह से ही सायद उसका दिमाक इतना गंदा है | क्योंकि वह पिच्छे से गंदा निकलने वाले जगह से पैदा हुआ है | और उसके द्वारा मैथुन करते समय कोरोना वायरस निकलता है | खैर वह जहाँ से भी पैदा हुआ है , उसके पैदा होने से बहुत से निर्दोश लोगो की मौत हो रही है | क्योंकि उसके भितर मौत का हवश है | जिससे निकले कोरोना से बचने के लिए मैं यही सलाह दुँगा की शराब शबाब और कबाब से दुर रहना चाहिए  | जिसके लिए बहुत युद्ध और हत्याये हुई है | क्योंकि जिससे कोरोना निकलता है वह मौत देने के लिए शराब शबाब कबाब को ही सबसे खास माध्यम बनाता है | और वैसे भी मेरी न मानकर वैज्ञानिक डॉक्टर और अन्य जानकारो की भी माने तो कोरोना वायरस शराब शबाब और कबाब में कबाब अथवा मांस अथवा मांसाहारी जिवन से फैली है | बल्कि कोरोना वायरस के बारे में चीन से नफरत या जलन करने वालो के द्वारा वायरल किया गया खबर पढ़ देख रहा था कि चीन में कुत्ते बिल्ली बंदर वगैरा के मांस को भी खाने की जिस तरह की मांसाहारी जिवन जी जाती है , उससे ही कोरोना वायरस फैली है | जिस तरह की नफरत या जलन चीन से करने वालो को तो छुवाछुत गोरा काला भेदभाव वायरस जिन गुलाम दास दासी बनाने वालो से फैला है , उनके जिवन इतिहास के बारे में भी मंथन करना चाहिए कि ऐसी मांसिकता वाले लोग ऐसी वायरस कहाँ से निकालकर सैकड़ो हजारो सालो से फैलाये हैं ? जो वायरस चीन की जिवनशैली में मौजुद नही है | और न ही इस कृषि प्रधान देश भारत के जिवन शैली में मौजुद है | क्योंकि ये दोनो देश लंबे समय से गुलाम करने वालो के वायरस को झेले हैं | जो आज कोरोना वायरस को भी झेल रहे हैं | वैसे तो पुरी दुनियाँ के बहुत से देश गुलाम करने और छुवाछुत करने वालो के वायरस को भी झेले हैं | और आज कोरोना वायरस को भी झेल रहे हैं |

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