आशाराम व परमानंद जैसे बाबाओ का गुप्त आनंद और कोयला व व्यापम जैसे बड़े बड़े घोटालो का पापम आखिर कबतक समाप्त होगा?
आशाराम व परमानंद जैसे बाबाओ का गुप्त आनंद और व्यापम जैसे बड़े बड़े घोटालो का पापम आखिर कबतक समाप्त होगा?
क्योंकि इन सभी अपराध घटनाओ को करने वालो का भी तो माता पिता और बच्चे होंगे,जो इन्हे इन सब कुकर्मो को करने के लिए निश्चित रुप से शबाशी मेडल तो नही देते होंगे!जिनके नजर में तो ऐसे कुकर्म करने वाले शर्म महसुश करके सुधरते,और अपना गुनाह कबूल करके सजा पाकर प्राश्चीत करते,जैसे की सायद आशाराम जिवनभर के लिए प्राश्चित करने जा रहा है,जो जेल में जाकर अपने बहुत से ऐसे पापो का गंदगी उगलने का मन अभी से ही बना लिया होगा,जिससे कि मानो उसके पेट में भरे हुए बहुत से ऐसे लोगो की राज खुलेगी जो खुद बचकर अभी हम आसाराम के बारे में ज्यादे कुछ नही जानते कहकर जेल से बाहर उससे पिच्छा छुड़ा रहे होंगे!जिनको भी आशाराम के पास ही भेजना चाहिए,ताकि ऐसे मिलन का रियल बिग बॉश नजारा असल जेल में देखने को मिले इस तरह की बाते बहुत से लोग जरुर कर रहे होंगे|कम से कम उन कैदियो में जो कभी बिग बॉस टी० वी०धारावाहिक नही देख पाते हैं!जो असल बिग बॉश की सजा जेल धारावाहिक देख सके|बल्कि जिसके लिए तो सलमान को भी सजा सुनवाई के बाद जेल में डालने की सुनवाई कई बार होते होते टल जा रही है|जिस तरह के ना जाने बड़े बड़े चर्चित चेहरो के खिलाफ सुनवाई बार बार या तो टल जा रही है,या फिर बड़े बड़े लिफाफे में देश विदेश से बड़े बड़े भ्रष्टाचार का मामला गुप्त रुप से बंद है जनता के नजर में!जिन्हे सिर्फ अदालत में बैठे जज ही देखकर वापस अंदर लिफाफे में डालते रहते होंगे!जिन सबका फैशला यदि आ जाये तो मेरे ख्याल से तिहाड़ जेल रियल बिग बॉश नजारा रोजमरा जिवन में वहाँ मौजुद बाकि कैदियो और जेल के सेवको को जरुर देखने को मिलेगी|जिनमे से कई तो आपस में लड़ते झगड़ते हुए रोज ही सुर्खियो में आयेंगे!क्योंकि उनमे से कई तो कभी जेल जाना तो दुर जेल में किसी से मिलने भी नही गए होंगे,इतनी सफाई से बड़े बड़े अपराध कर रहे हैं|जिसका अभी सिर्फ उनमे आरोप लगकर बार बार कारवाई टल रहा है|आशाराम के खिलाफ भी तो फैशला टलते टलते आखिरकार सजा सुनवाई हो गई!जो पहले भी हो सकती थी पर लंबे समय तक टलती रही!जैसे की कई बड़े बड़े भ्रष्टाचार बलात्कार हत्या दंगा और न जाने इस तरह के और भी कितने सारे बड़े बड़े अपराध की सजा सुनवाई टलते आ रही है|जिनमे संसद में भी बहुत से सांसद और मंत्रियो पर इस तरह के कई बड़े बड़े आरोप लगे हुए हैं,जिनके खिलाफ सजा या निर्दोश साबित होने की सुनवाई अभी बाकि है|बाकि करोड़ो छोटे मोटे केश की सुनवाई तो वैशे भी कई दशक से चल रहे हैं,जिनमे करोड़ो लोग निर्दोश होंगे जो बिना गुनाह के अदालत चक्कर काटने का सजा पा रहे होंगे इसपर कोई शक नही!पर जो लोग सचमुच का दोषी होंगे उनके कुकर्मो की सुनवाई तो जरुर होनी चाहिए,ताकि वे भी मरने से पहले प्राश्चित कर सके,नही तो यदि सचमुच में नर्क होती होगी तब तो उन्हे निचे सजा न मिलने कि वजह से उपर सुध समेत सजा की सुनवाई जरुर होगी!इसलिए अगर वाकई में स्वर्ग नर्क होती होगी तो जितने भी बड़े बड़े अपराध करने वाले जिवित लोग हैं वे सभी किसी मांसिक विकृत या भुलकड़ इंसान कि तरह अपने किए गए अपराध के बारे में कुछ नही जानते हैं मन बनाकर सिर्फ बचने के लिए धन बाढ़ पानी की तरह बहा रहे हैं|उससे तो अच्छा है कि अपना कुकर्म कबूल करके उपर नर्क में सुध समेत सजा पाने से पहले निचे ही सजा की कर्ज से मुक्त हो सके तो छुटकारा पा ले,सायद उपर माफी मिल जाय!नही तो फिर उपर नर्क में न जाने कौन कौन सी ऐसी सजा उन्हे मिलने वाली है,जिसके बारे में उन्होने कल्पना भी न किया हो!मैं ये बात निर्दोश लोगो को नही कह रहा हुँ,बल्कि ऐसे सातिर दोशी लोगो को कह रहा हुँ जिनका दोष को कोई भी अदालत साबित नही कर पा रहा है,इतना अपराध में हुनरमंद बने हुए हैं बहुत से ऐसे अपराधी जिनके लिए कोर्ट जाना मानो अपराध करके सजा पाने जाना नही है,बल्कि सजा से बचने के लिए जाना है!जैसे कि बहुत से निर्दोष के लिए कोर्ट जाना मतलब अपने उपर इतना बड़ा दाग लगाने जाना है,जो कि कभी नही धुलने वाली है!जिसके चलते ऐसे लोग सिर्फ कोर्ट कचहरी और थाना के नाम से ही दुर रहना चाहते हैं!जिस तरह के लोग बहुत ज्यादे संख्या में मिलते हैं!
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें