एक भी प्रधानमंत्री दलित क्यों नही?
एक भी प्रधानमंत्री दलित क्यों नही? एक भी प्रधानमंत्री दलित क्यों नही? भारत का संविधान दलित अंबेडकर ने लिखा पर 1947 ई. से लेकर 2024 ई. आजतक एक भी दलित को न तो कांग्रेस ने प्रधानमंत्री बनाया और न ही भाजपा ने, क्योंकि दोनो ही पार्टी उन मनुवादियों की पार्टी है जिन्होने की गोरे अंग्रेजो से पहले ही इस देश को गुलाम बनाकर खुदको जन्म से उच्च ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य और इस देश के मुलनिवासियों को शूद्र घोषित करके किस तरह से उच्च निच छुवाछुत भेदभाव किया है इसे इस देश के पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष श्री कड़िया मुण्डा की 2000 ई. रिपोर्ट देखकर कोई भी इंसान जिनकी सोचने समझने की बुद्धी ज्ञान मौजुद हो वह तुरंत समझ सकता है कि यह देश अब भी किस तरह से मनुवादियों के कब्जे में है, वह भी अंबेडकर द्वारा लिखे संविधान का शपथ लेकर! (1) दिल्ली में कुल जज 27 जिसमे ब्राह्मण वैश्य क्षत्रिय-27 जज ,ओबीसी - 0 जज, SC- 0 जज , ST- 0 जज ) (2) पटना में कुल जज 32 जिसमे ब्राह्मण वैश्य क्षत्रिय 32 जज , ओबीसी -0 जज , SC- 0 जज , ST- 0 जज ) (3) इलाहाबाद में कुल जज 49 जिसमे ब्राह्मण वैश्य क्षत्रिय 47 जज ,ओबीसी - 1 जज, SC-...
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